बृजभूषण की गिरफ्तारी व फेडरेशन से पूरी तरह बेदखल करने की शर्त पर राजी नहीं सरकार- सूत्र
टाकिंग पंजाब
दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का संघर्ष जारी है व पहलवान लगातार बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। अब यौन शोषण के आरोपों से घिरे बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती है क्योंकि दिल्ली पुलिस को इस मामले में 4 गवाह मिले हैं, जिसमें एक-एक ओलिंपियन, कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट, इंटरनेशनल रेफरी व स्टेट लेवल कोच शामिल है व उन्होनें बृजभूषण पर लगे आरोपों की पुष्टि की है। सूत्रों के अनुसार आरोपों की पुष्टि करने वाले गवाह ओलिंपियन व कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट, दोनों महिला रेसलर हैं। शिकायत करने वालों में शामिल एक महिला पहलवान के कोच ने दिल्ली पुलिस की एसआईटी को कहा कि बृजभूषण के सेक्सुअल फेवर मांगने की घटना के 6 घंटे बाद उन्हें फोन पर बताया गया था। इंटरनेशनल रेफरी ने कहा कि जब वे टूर्नामेंट के लिए इंडिया या विदेशों में जाते थे तो महिला रेसलर्स से उनकी इस परेशानी के बारे में सुनते थे। अब दिल्ली पुलिस आरोपों वाली जगह यानी 4 राज्यों हरियाणा, उत्तर प्रदेश, झारखंड और कर्नाटक में इसकी जांच कर रही है। सूत्रों के मानें तो बृजभूषण की गिरफ्तारी व फेडरेशन से पूरी तरह बेदखल करने की शर्त पर सरकार राजी नहीं है। सरकार का कहना है कि पहलवान चाहें किसी भी एजेंसी से जांच करा लें, लेकिन वे सीधे बृजभूषण को गिरफ्तार करने का आदेश नहीं दे सकते। मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने को लेकर भी सरकार की यह शर्त है कि पहलवान धरना छोड़ खेल में लौटें। हालांकि, केंद्र पहलवानों की 5 मांगों को मानने को तैयार है जिसमें महिला कुश्ती कैंप लखनऊ से पटियाला, आरोपी कोच को हटाने, डब्लूएफआई को सस्पेंड करने, पहलवानों पर दर्ज दंगे के केस वापस लेने व महिला कुश्ती की कमान किसी महिला को सौंपने जैसी मांगें शामिल हैं।