योग-विज्ञान एक आध्यात्मिक अनुशासन है, जो मन और शरीर के मध्य सामंजस्य लाने में मदद करता है- डॉ. अनूप बौरी
टाकिंग पंजाब
जालंधर। बौरी मेमोरियल एजुकेशनल एंड मेडिकल ट्रस्ट द्वारा संचालित ‘दिशा-एन इनीशिएटिव” के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए इनोसेंट हार्ट्स स्कूल ग्रीन मॉडल टाऊन में ‘योग के माध्यम से फिटनेस’ पर एक सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें इनोसेंट हार्ट्स के टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ ने भाग लिया। इस योग सत्र में छात्रों व उनके अभिभावकों ने भी भाग लिया। यह सत्र आयुष मंत्रालय और श्री श्री स्कूल ऑफ योगा के सर्टिफाइड योग प्रशिक्षकों सोनिया एरोन व मीना गुप्ता के द्वारा आयोजित किया गया। उन्होंने इस बात पर बल देते हुए कहा कि योग एक कला है, स्वस्थ जीवन जीने का विज्ञान है। इससे शरीर में संतुलन बना रहता है, ताकत व लचीलापन आता है। उन्होंने भुजंग आसन, वीरभद्र आसन, मरकत आसन और सूर्य नमस्कार जैसे विभिन्न आसनों को करने की उचित तकनीक सिखाई। फिर उन्होंने श्वास व्यायाम प्राणायाम पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने प्राणायाम ‘अनुलोम-विलोम व कपालभाति’ का प्रदर्शन किया व सभी से करवाया। सोनिया एरोन ने प्रत्येक आसन और प्राणायाम के लाभों के बारे में बताया। उन्होंने सभी को फिट रहने के लिए प्रेरित किया। इनोसेंट हार्ट्स ग्रुप के चेयरमैन डॉ. अनूप बौरी ने कहा कि अच्छा स्वास्थ्य सभी की प्राथमिकता होना चाहिए। इसलिए फिट रहने के लिए हर किसी को कोई न कोई व्यायाम अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि योग-विज्ञान एक आध्यात्मिक अनुशासन है, जो मन और शरीर के मध्य सामंजस्य लाने में मदद करता है।