पहले सुखबीर बादल, फिर सुनील जाखड़ व भाजपा प्रभारी विजय रूपाणी ने भी किया दोनो पार्टीयों के गठबंधन से इंकार
टाकिंग पंजाब
नईं दिल्ली। पंजाब के जिले जालंधर में हुए लोकसभा के उप चुनाव में हार का मुंह देखने के बाद ऐसी अटकले लगाई जा रही थी कि शिअद व भाजपा इन लोकसभा चुनावों के चलते एक-दूसरे का हाथ थाम सकते हैं। इसको लेकर काफी जद्दोजहद भी हुई व शिअद के प्रधान सुखबीर बादल ने पार्टी कार्यक्रताओं व नेताओं से राय भी ली। अब आ रही खबरों के अनुसार पंजाब में एक बार फिर से भाजपा व शिअद के गठबंधन का मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। इसका कारण यह है कि पहले शिअद के प्रधान सुखबीर बादल, उसके बाद पंजाब भाजपा के प्रदेश प्रदान सुनील जाखड़ व अब भाजपा के प्रदेश प्रभारी व गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी गठबंधन की संभावना पर विराम लगा दिया है।
इन सभी नेताओं का कहना है कि दोनों पार्टीयों में गठबंधन की कोई बातचीत नहीं चल रही है। विजय रूपाणी अमृतसर में नवनियुक्त अध्यक्ष सुनील जाखड़ के साथ श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंचे थे। वहीं पर पत्रकारों के रूबरू होते हुए इन दोनों नेताओं ने साफ कहा कि शिअद व भाजपा के बीच गठबंधन की बिल्कुल संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव में 13 की 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर अपने बूते पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा पार्टी की कोर कमेटी मीटिंग के बाद सुखबीर बादल ने भी पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि शिअद का भाजपा के साथ गठबंधन सिर्फ अफ्वाह हैं। यह सभी मीडिया की उड़ाई हुईं बाते हैं।
उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल ने कहा कि लंबे समय से कोर कमेटी की बैठक नहीं हुई थी और पंजाब के कई मुद्दों पर चर्चा करनी थी। सरकार की वैट पॉलिसी से लेकर अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए और सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए कोर कमेटी की बैठक में विचार विमर्श हुआ। उनकी पार्टी का गठबंधन बहुजन समाज पार्टी के साथ है तो फिर यह भाजपा के साथ गठबंधन का सवाल कहां से आ गया। जब उनसे यह पूछा गया कि क्या आप भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन की संभावना को खारिज करते हैं, तो उन्होंने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय के बाद विदेश से आए हैं। इसलिए पंजाब के मुद्दों को लेकर कोर कमेटी की बैठक रखी थी। उन्होंने कहा कि शिअद-भाजपा में गठबंधन की खबरें बेबुनियाद हैं व अभी तक इसकी कोई संबावना नहीं है।