सत्र का प्रथम दिन संस्था की कामयाबी, कीर्ति एवं यश हेतु किया गया आयोजित- प्रो. डॉ. अजय सरीन
टाकिंग पंजाब
जालंधर। हंस राज महिला महाविद्यालय में नव सत्र के उपलक्ष्य में प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के दिशा- निर्देशन अधीन हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। सत्र का यह हवन यज्ञ एसएन मायर की पवित्र स्मृति में पुनर्निमित यज्ञशाला के उद्घाटन को समर्पित रहा। इस अवसर पर समस्त मायर परिवार सहित जस्टिस (रिटा.) एन.के. सूद, कुन्दनलाल अग्रवाल, अजय गोस्वामी, सुरेन्द्र सेठ, एसपी सहदेव, सुधीर शर्मा, डॉ. पवन गुप्ता एवं पीएनबी से गुरचरण सिंह, दलजीत कौर उपस्थित रहे। हवन यज्ञ के मन्त्रोच्चारण के साथ समस्त वातावरण अध्यात्मिकता से सराबोर हो गया।
गायत्री मंत्र का उच्चारण कर संगीत विभाग से डॉ. प्रेम सागर एवं प्रद्युमन की ओर से भजन प्रस्तुत किया गया। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने अपने वक्तव्य में सर्वप्रथम सभी आर्यबन्धुओं का लोकल एडवाईजरी कमेटी की ओर से हार्दिक अभिनंदन किया एवं कहा कि आज का दिन वास्तव में बेहद अहम है। सत्र का यह प्रथम दिन संस्था की कामयाबी, कीर्ति एवं यश हेतु आयोजित किया है। उन्होंने पदमश्री आर्यरत्न डॉ. पूनम सूरी जी के वचनों को याद करते हुए कहा कि सामूहिक प्रार्थना का प्रभाव सदैव अत्यधिक होता है।
उन्होंने समस्त मायर परिवार का स्वागत करते हुए एन.एस. मायर जी की स्मृति में पुननिर्मित हवनशाला के इस प्रयास हेतु धन्यवाद एवं हार्दिक आभार किया। उन्होंने कहा कि मायर सर केवल एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक संस्था है जो आने वाले भविष्य के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने परमपिता परमात्मा से संस्था के नव कीर्तिमान स्थापित करने एवं नव ऊर्जा से आगे बढऩे हेतु प्रार्थना की। इस अवसर पर एसएन मायर के पुत्र अतुल मायर एवं पुत्री सुमन ने अपने पिता सम्बन्धी अपनी यादें सांझी की एवं एचएमवी संस्था के प्रति इस आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया।
जस्टिस (रिटा.) एन.के. सूद ने अपने शुभाशीष में संस्था की प्रगति हेतु शुभकामना की एवं नव कीर्तिमान स्थापित करने का आशीष दिया। इस अवसर पर एचएमवी दी विजिन का विमोचन जेएमसी विभागाध्यक्षा रमा शर्मा के संरक्षण में किया गया। इस हेतु समस्त रैंकिंग टीम एवं डॉ. अंजना भाटिया एवं डीन अकादमिक डॉ. सीमा मरवाहा को बधाई दी गई। अंत में शान्ति पाठ से सर्वमंगल की कामना की गई। मंच संचालन डॉ. अंजना भाटिया एवं डॉ. मीनू तलवाड़ ने किया। इस अवसर पर टीचिंग एवं नॉन-टीचिंग के समस्त सदस्य मौजूद थे।