संगरूर चुनाव हार जाने के बाद से लोकसभा मेंं नहीं था आप का कोई भी सांसद .. खत्म हो गया था आप का प्रतिनिधित्व
टाकिंग पंजाब
नईं दिल्ली। आम आदमी पार्टी के एकमात्र लोकसभा सदस्य सुशील कुमार रिंकू ने आज लोकसभा में सांसद के रूप में शपथ ग्रहण कर ली। वह लोकसभा में आम आदमी पार्टी के एकमात्र सांसद होंगे। इससे पहले संगरूर से सांसद भगवंत मान ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने के बाद भगवंत मान की लोकसभा सीट खाली हो गई थी। इस सीट पर दौबारा चुनाव हुए लेकिन सत्ता में होने के बावजूद आप यह चुनाव हार गई थी व अकाली दल (अमृतसर) के सिमरनजीत सिंह मान चुनाव जीत गए थे। इस चुनाव के हार जाने के बाद आप का लोकसभा में एक भी सांसद नहीं रह गया था।
अभी हाल ही में जालंधर उपचुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी पूर्व सांसद संतोख चौधरी की पत्नी करमजीत कौर को हराकर आम आदमी पार्टी के सुशील कुमार रिंकू ने लोकसभा में आप की उपस्थिति फिर से दर्ज करवा दी है। आज जब सुशील रिंकू ने लोकसभा में सांसद के रूप में शपथ ली तो जो लोकसभा में आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधित्व खत्म हो गया था, वह फिर से कायम हो गया है। इसके बाद जालंधर में हुए लोकसभा के उप चुनाव में आम आदमी पार्टी व सीएम भगवंत मान ने जीत हासिल करने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी। सीएम भगवंत मान से लेकर आप सुप्रीमों अरविंद केजरीवाल तक जालंधर मे आकर जनता से आप व सुशील रिंकू को वोट करने की अपील करते रहे। इस चुनाव के आए परिणाम में आखिरकार जालंधर की जनता ने सुशील कुमार रिंकू को जालंधर से लोकसभा सांसद बनवा दिया था।
आपको बता दें कि संसद का मानसून सत्र आज सुबह 11 बजे से शुरू हुआ। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने मणिपुर मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया। इसके चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र सड़क पर घुमाने के मामले पर कहा कि मेरा हृदय आज पीड़ा से भरा है, क्रोध से भरा है। मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। इससे 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार होना पड़ा है। किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। सभी मुख्यमंत्रियों से कहता हूं कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करें। माताओं-बहनों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएं।