जेल से ही शूटरों के संपर्क में था लॉरेंस बिश्नोई …पुलिस कस्टडी में गैंगस्टर सचिन ने किए कईं अहम खुलासे
टाकिंग पंजाब
जालंधर। सिद्धू मूसेवाला को मारने की साजिश को लेकर गैंगस्टर सचिन ने कईं तरह के खुलासे किए हैं। सचिन ने लारेंस बिश्नोई की भूमिका होने की पृष्टि करते हुए कहा कि सिद्धू मूसेवाला को मारने की साजिश में गैंगस्टर लॉरेंस जेल से उनके साथ लगातार संपर्क में था। आ्रपको बता दें कि मंगलवार को ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड गैंगस्टर सचिन थापन को भारत लाया गया था। सचिन गैंगस्टर लॉरेंस का भांजा है ओर वह मूसेवाला हत्याकांड की साजिश रचने वालों में शामिल है।
हत्या से कुछ समय पहले वह लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई के साथ जाली पासपोर्ट पर विदेश भाग गया था। अब अजरबैजान की राजधानी बाकू से भारत लाया गया गैंगस्टर सचिन ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की कस्टडी में है। पुलिस कस्टडी में ही सचिन ने बताया है कि सिंगर सिद्धू मूसेवाला को मारने की सारी प्लानिंग दुबई में की गई थी। जब सिद्धू मूसेवाला को मारने की सारी प्लानिंग हो रही थी तो उस वक्त गैंगस्टर लॉरेंस भी जेल से फोन पर उनके साथ लगातार संपर्क में था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक मूसेवाला के कत्ल में शामिल हरियाणा के शूटरों को बोलेरो सचिन ने ही उपलब्ध करवाई थी।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड सचिन ने कनाडा में गैंग चला रहे सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़, तिहाड़ जेल में बंद काला जठेड़ी और लॉरेंस से कोड वर्ड में बातचीत करके मूसेवाला की हत्या की साजिश रची थी। सचिन ने मूसेवाला कत्लकांड की सबसे पहले जिम्मेदारी ली थी। उसने वीडियो कॉल पर दावा किया था कि उसी ने मूसेवाला का कत्ल करवाया है। उसने ही शूटरों को हायर किया था। पुलिस और खुफिया एजेंसियों को शक न हो, इसलिए सचिन गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से फोन पर बात करने के दौरान उसे ‘डॉक्टर’ कहकर बुलाता था। इसी तरह गैंगस्टर काला जठेड़ी को वह ‘अल्फा’ कहता था।
अपने गुर्गों के जरिए वह लॉरेंस से बात करता था। सचिन ने ही पुलिस को बताया कि वह गैंगस्टर विक्रम बराड़ से पहली बार दुबई में मिला था। इसके बाद वह करीब डेढ़ महीने तक विक्रम बराड़ के फ्लैट में रहा व वहीं से वह अजरबैजान के लिए निकला था। गैंगस्टर सचिन ने पुलिस को बताया है कि सिद्धू मूसेवाला को मारने के लिए पैसे और हथियारों का सारा प्रबंध गोल्डी बराड़ और विक्रम बराड़ ने किया था। उधर बताया जा रहा है कि सचिन की गिरफ्तारी दुबई बेस्ड दिल्ली के कारोबारी से 50 करोड़ की फिरौती मांगने के चलते की गई है।कारोबारी का नाम गैलन बताया जा रहा है। वह हत्याकांड से करीब 20 दिन पहले अनमोल बिश्नोई की मदद से फेक पासपोर्ट बनवाकर फरार हो गया था। उस पर विभिन्न राज्यों में कई मामले दर्ज हैं।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने अजरबैजान से लाने के बाद गैंगस्टर सचिन को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया। वहां पर कोर्ट ने सचिन की पुलिस को 10 दिन की कस्टडी दे दी। पुलिस अब 10 दिन बाद दोबारा सचिन को कोर्ट में पेश करेगी। इसी बीच पंजाब पुलिस ने भी सचिन के कस्टडी खत्म होते ही ट्रांजिट रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी है। आपको बता दें कि लारेंश बिश्नोई का नेटवर्क काफी मजबूत बताया जाता है। गैंगस्टर बिश्नोई जेल में है ओर वह जेल सेे ही अपने ग्रुप को कमांड करता रहता है। यह ही कारण था कि सिद्दू मूसेवाला की हत्या की साजिश के समय वह फोन से अपने साथी गैंगस्टरों के संपर्क में था।