बोले, नरेंद्र भाई ने तीन महीने के भीतर चार काम पूरे किए, जबकि एक काम को पूरा करने में भी लग जाते 50 साल
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। मैं बड़े विश्वास के साथ कह सकता हूं कि नरेंद्र भाई ने तीन महीने के भीतर चार काम पूरे किए, जबकि एक काम को पूरा करने में भी 50 साल लग जाते। यह दर्शाता है कि नरेंद्र भाई के नेतृत्व में एनडीए सरकार भारत को दुनिया में अपना स्थान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। इन बातों का प्रग़टावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को एक सभा को सम्बोधित करते हुए किया। अमित शाह ने इस दौरान पीएम की शान में खूब क़सीदे पढे। उन्होंने कहा कि नए संसद भवन, चंद्रयान-3, जी20 शिखर सम्मेलन और महिला आरक्षण विधेयक सभी चार काम तीन महीने के भीतर पूरे कर लिए गए, जबकि इनमें से किसी एक को पूरा करने में आम तौर पर 50 साल लग जाते। गृह मंत्री शाह ने यह भी कहा कि मोदी ने नीति और कानून निर्माण में महिलाओं के योगदान को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि विधानसभाओं और लोकसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाले विधेयक के माध्यम से मातृ शक्ति को सम्मान दिया है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम या महिला आरक्षण विधेयक पर टिप्पणी करते हुए, शाह ने कहा कि यह अधर में था और प्रधानमंत्री द्वारा इसे नई संसद में लाने से वर्षों तक पटरी पर रुकी हुई थी, जिसे गणेश चतुर्थी के शुभ दिन पर पास किया गया। उन्होंने कहा, “मोदी जी ने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की अवधारणा को वास्तविकता में बदल दिया है। अमित शाह ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो का कायाकल्प किया और भारत को अंतरिक्ष क्षेत्र में शीर्ष पर ले जाने की कल्पना से अन्य वैज्ञानिकों को प्रेरित किया। चंद्रमा पर तिरंगा देखना पूरे देश व दुनिया के लिए सौभाग्य की बात है। अमित शाह ने कहा, “जी 20 का आयोजन कई देशों में किया गया, लेकिन इन सभी देशों के नेताओं ने एक स्वर में कहा कि जिस तरह से भारत ने जी 20 का आयोजन किया, वह आने वाले 25 सालों तक सभी देशों के लिए एक चुनौती रहेगा। उन्होंने कहा, “जी 20 का संगठन बहुत ही सुंदर था। इसका अंदाजा इससे लगाया जय सकता है कि रूस, चीन और अमेरिका की उपस्थिति और यूक्रेन युद्ध की छाया के बीच अंतरराष्ट्रीय कूटनीति को चुनौती देने के बावजूद, हमारे प्रधानमंत्री ने दिल्ली घोषणा को सर्वसम्मति से पारित कर पूरी दुनिया को एक संदेश दिया। उन्होंने कहा, मोदी जी ने अफ्रीकी संघ को जी 20 की सदस्यता दिलाने में मदद की और वैश्विक नेतृत्व को संदेश दिया कि भारत विकसित और विकासशील दोनों देशों के साथ है। शाह ने कहा कि विश्वकर्मा योजना के साथ पीएम ने उन लोगों को आगे लाने और समान दर्जा देने के लिए कदम उठाया है, जो विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, लेकिन समाज में पिछड़ गए हैं।