पिछले साल सितंबर में जासूसी करने के आरोप में किया गया था गिरफ्तार.. इजरायल के लिए जासूसी करने के लगे थे आरोप
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। अरब देश कतर से एक बड़ी खबर सामने आई है। सूत्रों के अनुसार कतर में 8 भारतीयों को आज यानि गुरुवार को फांसी की सजा सुनाई गई है। यह 8 भारतीय इंडियन नेवी के 8 पूर्व अधिकारी हैं। इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि मौत की सजा के फैसले से हम हैरान हैं व विस्तृत फैसले का इंतजार किया जा रहा है।
आपको बता दें कि कतर में आठ महीने पहले भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों को पिछले साल सितंबर में जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि यह सभी ऑफिसर भारतीय नौसेना में अलग-अलग पोस्ट पर काम कर चुके हैं। उनके ऊपर इजरायल के लिए जासूसी करने का आरोप है। इन 8 लोगों में प्रतिष्ठित ऑफिसर भी शामिल हैं, जिन्होंने कभी प्रमुख भारतीय युद्धपोतों की कमान संभाली थी। फिलहाल डहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज एंड कंसल्टेंसी सर्विसेज के लिए काम कर रहे थे। यह एक प्राइवेट फर्म है, जो कतर के सशस्त्र बलों को ट्रेनिंग और इससे जुड़ी सर्विस मुहैया करती है।
जानकारी के अनुसार इन आठों पूर्व नौसैनिकों के नाम कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और सेलर रागेश हैं। इन सभी को जासूसी के आरोप में पूछताछ करने के लिए इनके स्थानीय निवास से गिरफ्तार कर लिया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक इन 8 भारतीयों की जमानत याचिकाएं कई बार खारिज कर दी गई हैं। कतर के अधिकारियों ने उनकी हिरासत बढ़ा दी थी व गुरुवार को कतर की अदालत ने इन 8 भारतीयों को फांसी की सजा सुनाई।
इस मामले में विदेश मंत्रालय का कहना है कि हम परिवार के सदस्यों और कानूनी टीम के संपर्क में हैं और सभी कानूनी विकल्प तलाश रहे हैं। इस मामले को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं और इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। सभी कांसुलर और कानूनी सहायता देना जारी रखेंगे। फैसले को कतर के अधिकारियों के सामने भी उठाएंगे। मंत्रालय ने कहा कि इस मामले की कार्यवाही की गोपनीय प्रकृति के कारण, इस समय कोई और टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।