अयोध्या के अत्याधुनिक हवाई अड्डे का पहला चरण 1,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया विकसित…
टाकिंग पंजाब
अयोध्या। आधुनिक सुविधाओं से लैस अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन कल यानि 30 दिसंबर को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। इसके साथ ही पीएम मोदी कल अयोध्या के पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन का भी उद्घाटन करेंगे। हवाई अड्डे को राममंदिर की वास्तुशैली के चित्रण के साथ पारंपरिक स्वरूप में भी दर्शाया गया है व साथ ही इसके टर्मिनल भवन को तिरंगे की थीम पर सजाया जा रहा है। अयोध्या हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन विभिन्न सुविधाओं से लैस है। इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, एलईडी लाइटिंग, वर्षा जल संचयन, फव्वारे के साथ भूनिर्माण, जल शोधन संयंत्र, जलमल शोधन संयंत्र व सौर ऊर्जा संयंत्र जैसी सुविधाएं इसमें शामिल हैं। इसके बारे में जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश के अयोध्या का दौरा करेंगे व सुबह करीब 11.15 बजे पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही नई अमृत भारत ट्रेनों और वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। पीएमओ ने आगे कहा कि वह कई अन्य रेल परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे व दोपहर करीब 12.15 बजे नवनिर्मित अयोध्या हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे। हवाई अड्डे से क्षेत्र में संपर्क सुधार होगा जिससे पर्यटन, व्यावसायिक गतिविधियों व रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि नवनिर्मित हवाई अड्डा मुख्य अध्योध्या शहर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर है व उसमें आधुनिक निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। अयोध्या के अत्याधुनिक हवाई अड्डे का पहला चरण 1,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6,500 वर्गमीटर होगा जो सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों की सेवा करने के लिए तैयार होगा। हवाई अड्डे को अयोध्या स्टेशन के नये भवन की भांति ही पारंपरिक स्वरूप प्रदान किया गया है व इसका मुख्य द्वार भी इसी तरह बनाया गया है। सीतापुर रोड साइड से हवाई अड्डे की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर कई पोस्टर लगाये गये हैं जिनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर है व उसके साथ स्वागत संदेश लिखा है। इतना ही नहीं, टर्मिनल भवन का अग्रभाग अयोध्या के श्रीराम मंदिर की वास्तुकला को दर्शाता है। वहीं, टर्मिनल भवन के अंदरूनी हिस्सों को भगवान श्रीराम के जीवन को दर्शाते हुए स्थानीय कला, चित्रों व भक्ति चित्रों से सजाया गया है।