बसपा के उम्मीदवार एडवोकेट बलविंदर कुमार ने जिला प्रशासन व चुनाव आयोग पर लगाए पक्षपात करने के आरोप

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सभी पार्टियों के उम्मीदवारों को सुरक्षा मुहय्या करवाई गई है, लेकिन सिर्फ मुझे ही सुरक्षा नहीं दी गई है- बलविंदर कुमार

टाकिंग पंजाब

जालंधर। बहुजन समाज पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार एडवोकेट बलविंदर कुमार ने जिला प्रशासन व चुनाव आयोग पर पक्षपात करने के आरोप लगाए हैं। एक प्रेस वार्ता दौरान बलविंदर कुमार ने कहा कि मेरे साथ पक्षपात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सभी पार्टियों के उम्मीदवारों को सुरक्षा मुहय्या करवाई गई है, लेकिन सिर्फ मुझे ही सुरक्षा नहीं दी गई है।        इसको लेकर वह जालंधर के डीसी व पुलिस कमिश्नर के साथ भी मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन उनसे भी अभी तक मात्र आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला है। बलविंदर सिंह ने मौजूदा पंजाब सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब सरकार में अगर कोई सरकार के किसी विभाग में डायरेक्टर भी है, उसके पास भी सुरक्षा है, हालांकि उसे किसी से किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।        उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में जालंधर सीट से मुझे 2 लाख से ज्यादा वोट मिला था वही 2022 विधानसभा चुनाव में करतारपुर सीट से करीब 34 हज़ार वोट पड़े थे, यानी इतने बड़े स्तर पर लोगों का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद भी कभी भी प्रशासन ने मुझे सुरक्षा नहीं दी।         उन्होंने कहा कि हम सुबह शाम रात को प्रचार करते हैं, रात को देर से घर आते हैं, भीड़ में घूमते हैं, लेकिन हमें कोई सुरक्षा नहीं दी जा रही है। रूलिंग पार्टी के जो हिमायती हैं, वह अभी भी असला लगा कर घूम रहे हैं, जबकि दूसरी पार्टी के वर्करों पर इतनी सख्ती की जा रही है, उनके घरों में आकर चैकिंग की जा रही है। उनकी मीटि‍ंगो में आए लोगों की भी वीडियोग्राफी की जा रही है। उन्होंने कहा कि रूलिंग पार्टी के उम्मीदवारों पर सख्ती नहीं‍ की जा रही है।        उन्होंने कहा कि मेरा एक पेज फेसबुक पर एडवोकेट बलविंदर सिंह के नाम पर बना है। किसी ने इसी नाम पर पेज बना लिया, जिस पर वह पोस्ट डाल रहा था। हमने पुलिस कमिश्नर को शिकायत की लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की। बस इतना कह दिया कि फेसबुक पर शिकायत कर दो। इससे पता चलता है कि पुलिस व प्रशासन पक्षपात वाला रवैया अपना रहा है। उनहोंने कहा कि अगर प्रशासन का ऐसा ही रवैया रहा तो हमें संर्घष को मजबूर होना पड़ेगा।

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