अनंतनाग-राजौरी सीट साल 2019 में हुआ था मात्र 9 प्रतिशत मतदान… आतंकवाद प्रभावित जैनापोरा विधानसभा क्षेत्र में हुआ 41 प्रतिशत मतदान .. 2019 में यहां हुआ था मात्र 2 प्रतिशत मतदान
टाकिंग पंजाब
जम्मू-कश्मीर। लोकसभा चुनाव 2024 में कुछ ओर बदला हो या न बदला हो, लेकिन जम्मू-कश्मीर के राज्यों में मतदान का प्रतिशत जरूर बदल गया है। इस बार श्रीनगर व बारामूला में रिकॉर्ड मतदान प्रतिशत के बाद, अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर भी मतदान प्रतिशत का रिकॉर्ड टूट गया। यहा पर 40 वर्ष में सबसे अधिक 53 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। निर्वाचन आयोग ने कहा है कि कश्मीर घाटी की तीन सीटों श्रीनगर (38.49 प्रतिशत), बारामूला (59.1 प्रतिशत) व अनंतनाग-राजौरी (53 प्रतिशत) में कई दशकों में सबसे अधिक मतदान हुआ है। हालांकि अगस्त 2019 में केंद्र के संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में यह पहला बड़ा चुनाव था। अनंतनाग-राजौरी सीट साल 2019 में मात्र 9 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां तक कि आतंकवाद प्रभावित जैनापोरा विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत 41 दर्ज किया गया। यहां 2019 में मात्र 2 प्रतिशत मतदान हुआ था। मतदान प्रक्रिया के समापन पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पांडुरंग कुंडबाराव पोले ने कहा कि अनंतनाग-राजौरी में मतदान 53 प्रतिशत दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की पांच लोकसभा सीट पर कुल मतदान 58 प्रतिशत रहा है। पोले ने कहा कि पिछले 40 वर्षों में इन पांच सीट पर सबसे अधिक मतदान हुआ है। इससे पहले 2014 में 49 प्रतिशत जबकि 1996 में 47.99 प्रतिशत मतदान हुआ था। उन्होंने कहा कि सुरनकोट, राजौरी व बुद्धल विधानसभा क्षेत्रों में सबसे अधिक 68 प्रतिशत मतदान हुआ। कुलगाम विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 32 प्रतिशत मतदान हुआ।. पोले ने कहा कि मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा और कहीं से हिंसा की कोई खबर नहीं मिली है। निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा है कि अनंतनाग-राजौरी में हुए मतदान में जम्मू-कश्मीर के लोगों ने भी लोकतंत्र में विश्वास जताया है और इनकार करने वालों को गलत साबित किया है। आयोग के अनुसार, तत्कालीन अनंतनाग सीट पर 1989 में सबसे कम 5.07 प्रतिशत और 1996 में 50.2 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।