इसके इस्तेमाल से कम होने लगेगा यूरिक एसिड.. जोड़ों की सूजन भी होगी कम…
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। खानपान में प्यूरिन की अत्यधिक मात्रा होने पर शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने लगता है। यूरिक एसिड एक तरह का बेकार पदार्थ है, जिसे किडनी फिल्टर करके शरीर से निकाल देती है। लेकिन, जरूरत से ज्यादा यूरिक एसिड बढ़ जाने पर किडनी यूरिक को फिल्टर नहीं कर पाती जिससे यूरिक एसिड शरीर में फैलने लगता है और इसके क्रिस्टल्स जोड़ों में जम जाते हैं। इससे गाउट की दिक्कत भी हो जाती है। ऐसे में वक्त रहते यूरिक एसिड कम करना जरूरी हो जाता है जिससे शरीर को ज्यादा नुकसान ना पहुंच सके। आप खानापन में बदलाव करके यूरिक को कम कर सकते हैं। यूरिक एसिड का लेवल घटाने में मेथी के दाने भी काम आ सकते हैं। मेथी के पीले दाने एक नहीं बल्कि कई गुणों से भरपूर होते हैं और यूरिक एसिड कम करने में असर दिखाते हैं। मेथी के दाने आयुर्वेदिक औषधी की तरह इस्तेमाल में लाए जाते हैं। इनमें फॉलिक एसिड, विटामिन ए और विटामिन सी समेत कई खनिज जैसे पौटेशियम, कैल्शियम और आयरन भी पाए जाते हैं। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के चलते मेथी के दानों का सेवन जोड़ों के दर्द को कम करने में भी असरदार होता है।यूरिक एसिड कम करने के लिए मेथी के दानों के पानी का सेवन किया जा सकता है। इसके लिए एक चम्मच मेथी के दानों को एक गिलास पानी में रात में भिगोकर रखें और सुबह इस पानी को छानकर पी लें। इससे यूरिक एसिड कम होने में तो असर दिखेगा ही, साथ ही जोड़ों की सूजन कम होगी और जोड़ों के दर्द से राहत मिल जाएगी। इसके अलावा विटामिन सी से भरपूर नींबू का रस यूरिक एसिड कम करने में असरदार हो सकता है। नींबू में सिट्रिक एसिड भी होता है जो यूरिक एसिड को डिजॉल्व करने में सहायक है। रोजाना नींबू पानी पीने पर यूरिक एसिड कम हो सकता है। सेब का सिरका भी यूरिक एसिड कम करने का एक अच्छा उपाय है। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बल्कि एक चम्मच सेब का सिरका एक गिलास पानी में मिलाकर पीना है। इससे यूरिक एसिड शरीर से निकल जाता है। सेब में पाए जाने वाले मैलिक एसिड के चलते आप सेब भी खा सकते हैं। इसके साथ ही एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर फल भी यूरिक एसिड कम कर सकते हैं। इन फलों में स्ट्रॉबेरीज, ब्लूबेरीज और चेरीज शामिल हैं।
अस्वीकरण : यह केवल सामान्य जानकारी है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर करें। चिकित्सक के परामर्श के अनुसार ही इसका सेवन करें।