कहा, मैं सीएम पद क्या, शिव सेना का अध्यक्ष पद छोड़ने को तैयार लेकिन विधायक मेरे सामने आकर कहें जो कहना है।
इसके अलावा शिव सैनिकों से की अपील, कहा मेरे साथ गद्दारी न करें शिव सैनिक।
टाकिंग पंजाब। महाराष्ट्र। शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार पर सियासी संकट गहरा गया है। शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे पार्टी के 34 विधायकों व 7 निर्दलीय विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी पहुंच गए हैं। सभी बागी विधायकों को रैडिसन ब्लू होटल में ठहराया गया है। इस दौरान होटल के बाहर भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। इस सियासी संकट के बीट महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे फेसबुक लाईव हुए। उन्होंने फेसबुक लाईव होकर महाराष्ट्र के लोगों के सामने अपनी बात रखी।
सियासी संकट के बीच फेसबुक लाइव हुए उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने लाइव के शुरुआत में कहा कि मैं कई महीने बाद आपके सामने आया हूं। कोविड के समय हमने लड़ाई लड़ी है, मुझे प्रशासन का ज्ञान नहीं था लेकिन मैंने पूरा प्रयास किया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोविड के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को टाप फाइव में स्थान मिला। उन्होंने कहा कि यह बाला साहेब की शिव सेना है या नहीं यह प्रश्न उठाया जा रहा है। मेरा आपरेशन हुआ था, लेकिन अब मैंने मिलना शुरू कर दिया है। शिव सैनिक मेरे साथ गद्दारी न करें। अगर विधायक मुझे कहेंगे तो मैं अस्तीफी दे दूंगा, लेकिन मेरे सामने आकर इस्तीफे के लिए बोले। शिंदे मुंबई आएं व मेरे मुंह पर बात करें। मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं लेकिन मेरे बाद कोई शिव सैनिक मुख्यमंत्री बने तो मुझे खुशी होगी। मैं शिव सेना का अध्यक्ष पद भी छोड़ने को तैयार हूं लेकिन एक बार शिव सैनिक मेरे सामने आकर मुझे हटने के लिए कहें। ठाकरे ने कहा कि विधायक मेरे सामने कहते कि कुर्सी छोड़ दो, उसके लिए सूरत जाने की क्या जरूरत थी।