अग्निपथ योजना के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव हुआ पास, कांग्रेस व अकाली दल ने किया समर्थन

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मुख्यमंत्री ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना.. कहा , अगर यह स्कीम इतनी अच्छी है तो फिर पहले भाजपा वाले अपने बेटों को बनाएं अग्निवीर

कह, अग्निवीर की रिटायरमेंट में 3 महीने रह गए व लड़ाई लग गई तो क्या जंग लड़ेगा अग्निवीर  ?

टाकिंग पंजाब

चंडीगड़ । केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का शुरू से ही विरोध कर रही पंजाब सरकार ने आखिरकार पंजाब विधानसभा में सेना भर्ती की इस स्कीम खिलाफ प्रस्ताव पास कर ही दिया। गुरूवार को विधानसभा में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यह प्रस्ताव पास करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। भगवंत मान ने तो यहां तक कह दिया कि अगर यह स्कीम इतनी अच्छी है तो फिर पहले भाजपा वाले अपने बेटों को अग्निवीर बनाएं। हालांकि इस मुद्दे पर खूब बहस हुई लेकिन इस मुद्दे पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को कांग्रेस व अकाली दल का समर्थन मिलने के बाद इस प्रस्ताव को पास कर दिया गया।

मुख्यमंत्री ने तो यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी व गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर इस स्कीम वापस लेने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि यह फैसला जवानी, देशभक्ति और युवाओं के जज्बे के खिलाफ है। मैं इस बारे में पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलूंगा। वह इसे पहले ही वापस ले लें।

इस दौरान भाजपा विधायक अश्विनी शर्मा ने कहा कि सेना यह स्कीम लेकर आई है व इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। यह देश की सुरक्षा व सेना से जुड़ा मुद्दा है व हमें सेना के तीनो अंगों के प्रमुखों पर भरोसा करना चाहिए।  उन्होंने सेना के मामले में राजनीति करने पर सवाल उठाए। शर्मा ने कहा कि अगर UP सरकार उन युवाओं को नौकरी में पहल दे रही है तो पंजाब ऐसा क्यों नहीं करता। उन्होंने प्रस्ताव लाने पर सवाल उठाए।

                                                                                     मान ने बोला केंद्र पर हमला, कहा शेखचिल्ली के सपने न दिखाओ

इस योजना के खिलाफ प्रस्ताव पास होने के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि केंद्र सरकार फौज किराए पर रखने की तैयारी कर रही है। मान ने पूछा कि अगर अग्निवीर की रिटायरमेंट में 3 महीने रह गए व लड़ाई लग गई तो क्या वह अग्निवीर जंग लड़ेगा ? मान ने कहा कि इतने छोटे समय में वह पढ़ाई कब करेगा। क्या वह एक हाथ में हथियार व दूसरे हाथ में किताब रखेगा।

भगवंत मान ने कहा कि शेखचिल्ली के सपने न दिखाओ। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने इस योजना को किसान अंदोलन की तरह न बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस योजना को किसान आंदोलन की तरह न करें कि नुकसान होने के बाद गलती को कबूल करना पड़े। भाजपा बहुमत से सत्ता में आई है लेकिन तानाशाही नहीं चलेगी। इस दौरान नार्थ हल्के से विधायक बावा हेनरी ने भी अपने विचार रखे।

 

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