अंदर से खोखले हो चुके पेड़ के गिरने से टूटी स्कूल की बाउंड्री वाल, स्कूल इमारत को भी हुआ काफी नुक्सान
टाकिंग पंजाब की जनता से अपील.. अगर आप के भी आसपास कोई ऐसा पुराना पेड़ है तो आप भी इस बरसात के मौसम में करें ऐसे पेड़ों के नीचे बैठने से परहेज
टाकिंग पंजाब
चंडीगढ़। कार्मल कान्वेंट स्कूल, चंडीगढ में एक सदियों पुराने पेड़ के बच्चों पर गिर जाने के कारण एक बच्ची की मौत हो गई थी। इस हादसे में हुई उक्त बच्ची की मौत पर जहां लोग दुख जता रहे हैं, वहीं शहर के एक और स्कूल में पेड़ गिरने के मामला सामने आया है। हालांकि शनिवार को हुए इस हादसे में किसी तरह के जानी माली नुक्सान की खबर नहीं है। इसका कारण यह है कि शनिवार को स्कूल बंद था, नहीं तो कोई भी अनहोनी घटना हो सकती थी। पेड़ गिरने की यह घटना सरकारी माडल मिडिल स्कूल, पॉकेट नंबर 10 मनीमाजरा में हुई है।
जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर बाद अचानक स्कूल परिसर के साथ लगते पार्क में लगा विशालकाय पेड़ टूटकर गिर गया। माना जा रहा है कि जो पेड़ गिरा वह अंदर से खोखला हो चुका था। पेड़ का बड़ा हिस्सा स्कूल बाउंड्री को तोड़ता हुआ कैंपस के अंदर जा गिरा। भारी भरकम पेड़ से स्कूल की ईंटों की बाउंड्री वाल भी टूट गई व स्कूल की इमारत को भी काफी नुक्सान पहुंचा है। शनिवार की छुट्टी होने के कारण स्कूल में चौकीदार के अलावा कोई स्टाफ या विद्यार्थी नहीं थे। स्कूल में किसी के न होने से एक बड़ा हादसा होने से टल गया। एक खबर के मुताबिक स्कूल इंचार्ज तरुण छाबड़ा ने इस बारे में वन विभाग को सूचित किया है। खबर के मुताबिक डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन हरसुहिंदर पाल सिंह ने कहा कि इस एरिया की तब तक घेराबंदी के निर्देश दिए हैं, जब तक सोशल ऑडिट नहीं हो जाता।
दरअस्ल पंजाब के शहरों में कईं ऐसे पुराने पेड़ हैं, जिनकी जड़ों में दीमक लग चुकी है, जिस वजह से वह खोखले हो गए हैं। आजकल बारिश का मौसम होने के कारण मिट्ठी गीली होनें के कारण पेड़ तेज हवाओं से गिर रहे हैं। वन विभाग को चाहिए कि ऐसे पेड़ों की शिनाख्त की जाए व इन पेड़ों के गिरने से पहले ही इनका इंतजाम कर दिया जाए।