विधानसभा व हाईकोर्ट को किसी भी हाल में नहीं छोड़ेगा पंजाब : महिला किसान यूनियन
संवाद न्यूज एजेंसी
जालंधर। महिला किसान यूनियन ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कुल्हाड़ी का दसता बनने के बजाय पंजाब के अधिकारों की रक्षा करने की नसीहत दी है। महिला किसान यूनियन की प्रधान बीबा राजविंदर कौर राजू ने कहा कि महिला किसान यूनियन केंद्र सरकार से चंडीगढ़ में पंजाब की नई विधानसभा व नए हाई कोर्ट भवन के लिए जमीन की मांग करने का कड़ा विरोध करती है, क्योंकि चंडीगढ़ पंजाब का है। राजविंदर कौर राजू ने कहा कि पंजाब राज्य वर्तमान विधानसभा और उच्च न्यायालय के ऐतिहासिक भवनों को किसी भी परिस्थिति में नहीं छोड़ेगा।
इसका मुख्य कारण यह है कि पंजाब के 28 गांवों को ध्वस्त करके चंडीगढ़ शहर का निर्माण किया गया है। हरियाणा राज्य को हरियाणा में अपनी अलग विधानसभा व उच्च न्यायालय भवनों का निर्माण करना चाहिए। महिला किसान नेता ने पंजाब के सभी 117 विधायकों, मंत्रियों व सांसदों से कहा है कि उनको अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन भगवंत मान के तुगलकी कदम का सार्वजनिक रूप से विरोध करना चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उनकी चुप्पी को आम आदमी पार्टी द्वारा चलाई पंजाब विरोधी नीति का समर्थक माना जाएगा।
उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले पंजाब के बुद्धिजीवियों द्वारा व्यक्त की गई भगवंत मान के दिल्ली के इशारों पर काम करने की आशंका दिन- प्रतिदिन सच होती जा रही है। बीबा राजविंदर कौर राजू ने भगवंत मान को अपनी आत्मा की आवाज सुनने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक बहुमत से सरकार बनाने के बाद उन्हें पंजाब के हित में ऐतिहासिक फैसले लेने चाहिए न कि दिल्ली वालों की अंगुलियों पर नाचना चाहिए।