कहा, जिनका अपना मंत्री 500 रुपए प्रति पेड़ रिश्वत लेता रहा है, वह लोग आज कर रहे हैं धरने प्रदर्शन
टाकिंग पंजाब
अमतृसर। शादी के बाद पहली बार पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सोमवार को अपनी पत्नी डा. गुरप्रीत कौर, मां व बहन के साथ सचखंड श्री हरमंदिर साहिब नतमस्तक होने पहुंचे। इस दौरान जहां उन्होंने पंजाब की तरक्की के लिए अरदास की, वहीं विरोधियों पर निशाना साधने से भी नहीं चूके। भगवंत मान ने कांग्रेसी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वह लोग जंगल बचाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनका अपना एक मंत्री 500 रुपए प्रति पेड़ की रिश्वत लेता रहा है व आज वह जेल में है।
सीएम ने कहा कि कांग्रेसियों ने पंजाब का कोई पेड़ नहीं छोड़ा है और आज वह धरने प्रदर्शन कर रहे हैं, जो सिर्फ एक ड्रामा है। इसके बाद उन्होंने विधानसभा के लिए अलग जमीन मांगे जाने पर सुखबीर बादल के विरोध कहा कि प्रकाश सिंह बादल 5 बार मुख्यमंत्री रहे हैं। इन लोगों ने सभी सरकारी दफ्तर मोहाली में शिफ्ट कर दिए क्योंकि उनकी वहां पर काफी जमीन थी। इन्होंने वहां पर नया चंडीगढ़ बना दिया, यह तब क्यों नहीं बोले जब सत्ता में थे।
उन्होंने कहा कि मतेवाड़ा जंगल में टेक्सटाइल पार्क बनाने का प्रोजेक्ट केंद्र सरकार ने कैप्टन सरकार को भेजा था लेकिन अब हमारे ध्यान में आया था तो इसे बनाने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब की धरती, पंजाब के पेड़ और पंजाब के पानी को बचाना उनका मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि वह इंडस्ट्रियल पार्क के लिए कहीं और जगह दे देंगे।