दुनिया भर से प्राप्त हुए 1005 आवेदनों में से, केवल एलपीयू ही भारत का एकमात्र विश्वविद्यालय बनकर उभरा
टाकिंग पंजाब
जालंधर। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) ने सप्ताह भर का प्रशिक्षण शुरू किया है, जहां यूरोप के प्रशिक्षक एलपीयू के शिक्षकों व 5 अन्य देशों के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। यह प्रशिक्षण यूरोपीय संघ व इरास्मस प्लस प्रोजेक्ट के तहत आयोजित किया जा रहा है। सत्र में भाग लेने वाले अन्य प्रतिनिधि स्पेन, पुर्तगाल, साइप्रस, इंडोनेशिया, श्रीलंका व भारत से हैं। प्रशिक्षण सत्र के शुरुआती घंटों के दौरान, एलपीयू के वाईस प्रेजिडेंट व अंतर्राष्ट्रीय मामलों के विभाग के प्रमुख डॉ अमन मित्तल ने प्रतिनिधियों को उच्च शिक्षा व अद्वितीय वैश्विक समझ के अंतर्राष्ट्रीयकरण के संदर्भ में एलपीयू व इसकी विभिन्न गतिविधियों के प्रति अवगत कराया। अलग-अलग दिनों में जिन विषयों को कवर किया जाएगा उनमें मोटर विकास, खेल प्रबंधन में विपणन, व्यक्तिगत व सामाजिक विकास व समावेशन; खेल और व्यायाम का मनोविज्ञान और व्यायाम और प्रदर्शन के लिए खेल पोषण शामिल होंगे ।
इन सत्रों के लिए, प्रासंगिक विशेषज्ञता के अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक डॉ. डेविड ब्लेय तापिया; डॉ. एंटोनियो रोसाडो; डॉ रीटा कॉर्डोविल; डॉ कोस्टासत्सोलौपास; डॉ जॉर्ज एफामिस व डॉ. एंजेलोस व्लाचोगियानिस उपलब्ध होंगे। एलपीयू ने इरास्मस प्लस परियोजना के तहत भारत, श्रीलंका व इंडोनेशिया में खेल शिक्षा पर शोध करने के लिए 11 विश्वविद्यालयों के एक संघ का नेतृत्व करने के लिए यूरोपीय आयोग से 9 करोड़ रुपये की एक प्रतिष्ठित परियोजना हासिल की थी। इस पहल का उद्देश्य अनुसंधान व सामुदायिक विकास के माध्यम से खेल, फिजियोथेरेपी और शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में क्षमता निर्माण करना है। परियोजना को दुनिया भर से प्राप्त हुए 1005 आवेदनों में से, केवल एलपीयू ही भारत का एकमात्र विश्वविद्यालय बनकर उभरा, जिसे प्रमुख कोऑर्डिनेटर नामित किया गया।