धरने से परेशान बोली महिला.. असी सारे तुहाडे नाल हां.. पर जेकर जनता ही परेशान होवेगी ता फेर उह तुहाडा साथ नई देवेगी
किसान नेता बोले, शौक नाल नईं बैठे हां, सरकार पैसे दे देवे, असी हुने उठके चले जाना।
टाकिंग पंजाब
जालंधर। लोग अपने घरों से अपने गंतव्य के लिए निकले थे, लकिन उनको पतानहीं था कि किसानों ने रास्ता बंद कर रखा है। लोग किसानों को निकलने के लिए गुहार लगा रहे थे, लेकिन किसानों का कहना था कि वह जाम लगाने को मजबूर हैं। इसी बीच लोगों व किसानों में हल्की बहस भी हुई। मामला था फगवाड़ा के पास किसानों की तरफ से लगाए गए जाम का..जहां आम आदमी परेशान होता दिखा। लोग किसानों को कह रहे थे.. घटो घट लोकल बंदिया दे आन-जान ते साईकल स्कूटर लई ता रस्ता छड्ड देओ.. पर किसान कह रहे सी कि ओना ने हाईवे रोक रखिआ ऐ, पुलिस नू पता है, फेर पुलिस लोकां नू इधर क्यों आऊन दे रई ऐ।
इस दौरान एक महिला बोली.. असी सारे तुहाडे नाल हां.. पर जेकर जनता ही परेशान होवेगी ता फेर उह तुहाडा साथ नई देवेगी। किसान नेता बोले, शौक नाल नईं बैठे हां, सरकार पैसे दे देवे, असी हुने उठके चले जाना। किसान नेता कह रहे थे..किसी दिन पुल ते रात गुजार के वेखो, पता चल जावेगा..सारी रात मच्छर सोन नहीं दिंदे।
यह सारी बाते शुगर मिल के सामने पूरा हाईवे ब्लॉक कर बैठे किसानों व आम जनता के बीच में हुई । वह जनता जो जाम से परेशान थी व किसानों से उन्हें जाने देने के लिए कह रही थी। दरअसल किसानों ने शुगर मिल के सामने हाईवे पर पहले एक ही लेन लुधियाना जालंधर वाली रोक रखी थी, लेकिन अब नकोदर रोड समेत चौक पर पूरा हाईवे बंद कर देने से लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। कल शाम को भी जब किसान नकोदर वाला रोड जिसमें शहर के सतनामपुर, भगतपुरा, हदियाबाद, आदर्श नगर इत्यादि मोहल्ले पड़ते हैं, को किसानों ने ट्रॉली लगाकर बंद कर दिया था तो वहां पर भी उनकी लोगों से बहस हो गई।
मौके पर लोगों औऱ किसानों में बहस हो रही थी तो साथ ही खड़े पुलिस वाले जेबों में हाथ डालकर आराम से गप्पें हांक रहे थे। बहस बढती देख पुलिस वाले मौके पर आए व लोगों को समझाने लगे कि आप वापस चले जाओ। यहां पर रोड बंद किया गया है। इसके बाद लोगों से जब बात हुई तो उन्होंने कहा कि सरकार को इसका हल करना चाहिए, लेकिन सरकार तो सौ रही लगती है। इसके बाद लोग मुंह में कुछ बुड़-बुड़ते हुए वापस हो लिए।