पावरकॉम को आशंका..मीटर रीडरों से मिलीभगत करके 300 यूनिट से कम खप्त दिखा सकते हैं उपभोक्ता
अगर स्मार्ट मीटर लगते हैं तो पंजाब सरकार की फ्री बिजली योजना को लग सकता है झटका
टाकिंग पंजाब
चंडीगड़। पंजाब में आप की सरकार ने 300 यूनिट फ्री बिजली की घोषणा तो कर दी लेकिन यह घोषणा पावरकाम के लिए बड़ी समस्या बन सकती है। केंद्र सरकार की तरफ से सभी राज्यों को स्मार्ट मीटर लगाने का फरमान जारी किया हुआ है। अगर पंजाब में भी स्मार्ट मीटर लग गए तो लोगों को फ्री बिजली मिलना मुश्किल हो जाऐगा। इसका दूसरा पहलु यह है कि अगर राज्य में बिजली स्मार्ट मीटर न लगे तो फ्री बिजली वाली योजना में पावरकाम को भारी नुकसान हो सकता है।
पावरकाम को आशंका है कि जिन लोगों का 300 से कुछ यूनिट ज्यादा आए वह पावरकाम के मीटर रीडरों के साथ मिलीभगत करके इसे कम करवा सकते हैं। इस आंशका के चलते पावरकाम का मानना है कि स्मार्ट मीटर लगाने जैसी योजना को तुरंत अमल में लाना जरूरी है लेकिन पंजाब कैबिनेट ने रीवेंपड डिस्ट्रब्यूशन सेक्टर स्कीम को अभी तक पारित नहीं किया है जिसके तहत हर घर में स्मार्ट मीटर लगाने अनिवार्य होंगे। इस 25,237 करोड़ रुपए की इस योजना को मंजूरी के लिए केंद्र को भेजा जाना है।
उससे पहले यह योजना पंजाब कैबिनेट को पारित करनी होगी। हालांकि 28 जुलाई को कैबिनेट की बैठक में इसे एजेंडे के रूप में पेश किया गया लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अभी इस पर चर्चा करनी होगी उसके बाद ही इसे पारित किया जाएगा। अब अगर बिजली के स्मार्ट मीटर पंजाब में लगते हैं तो फिर यह फ्री बिजली वाली योजना खतरे में पड़ जाऐगी ।
इसका कारण यह है कि अगर स्मार्ट मीटर लगते हैं तो हर उपभोक्ता को बिजली का इस्तेमाल करने के लिए पैसे देने पड़ेंगे। यह स्मार्ट मीटर प्रीपेड होंगे व पैसे देने पर ही बिजली मुहय्या करवाऐंगे। ऐसे में अब सरकार को सोचना होगा कि अगर प्री पेड मीटर लगते हैं तो वह फ्री बिजली के मुद्दे पर अपना अगला फैंसला क्या लेती है।