इंस्टाग्राम व व्हाट्सएप पर शेयर किया मैसेज.. 8 सितंबर को गोलियां चलाने व स्कूल को बम से उड़ाने की दी धमकी
पुलिस ने तीन घंटे में मामले किया ट्रेस..पुलिस ने गिरफ्तार तो नहीं किया लेकिन छात्रों पर होगी कानून के तहत कार्रवाई
टाकिंग पंजाब
अमतृसर। नौंवी कक्षा के 3 बच्चों की शरारत ने स्कूल प्रबंधन व अमृतसर पुलिस की सांसे थमा दी। इन नाबालिग बच्चों की शरारत ऐसी थी कि पुलिस प्रशासन को हाथों-पैरों की पड़ गई। जानकारी के अनुसार पंजाब के अमृतसर में डीएवी स्कूल के 3 छात्रों ने शरारत करने व डर का माहौल पैदा करने के लिए स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी दे डाली। जानकारी के अनुसार इंस्टाग्राम पर एक मैसेज वायरल हुआ। इस मैसेज में स्कूल में 8 सितंबर को गोलियां चलाने की धमकी दी गई।
इसके साथ ही एक और मैसेज व्हाट्सएप पर शेयर किया गया, जिसमें 8 सितंबर को स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी भी दी गई है। इतना ही नहीं, मैसेज के नीचे पाकिस्तान का झंडा भी लगाया गया। यह मैसेज जहां अंग्रेजी में वायरल किया गया वहीं उर्दू में भी इसे वायरल किया गया।
मैसेज के स्कूल ग्रुपों में वायरल हो जाने के बाद शहर में दहशत का माहौल बन गया। अमृतसर में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया व पुलिस ने तुरंत स्कूल के बाहर ब्लैक कमांडो व बख्तरबंद गाड़ी को सुरक्षा के लिए लगा दिया। मैसेज के वायरल होने के बाद पुलिस के साइबर सेल ने वायरल हुए मैसेज की जांच शुरू कर दी।
लगभघ 2 घंटे में छेहर्टा का आईपी एड्रेस ट्रेस किया गया। यह आईपी एड्रेस स्कूल में नौंवी के एक छात्र का था, जो छेहर्टा में रहता है। व तीन घंटे में पुलिस ने मामले को ट्रेस कर दिया। पुलिस को जांच में पता चला कि यह अफवाह स्कूल के ही छात्रों ने फैलाई थी।
एडीसीपी प्रभजोत सिंह विर्क का कहना है कि रात तीन छात्रों को डिटेन किया गया व सभी नौंवी के छात्र थे। शरारत में तीनों ने प्लान बनाया और पैनिक क्रिएट करने के लिए मैसेज डाल दिए। नाबालिग होने के कारण किसी को अरेस्ट नहीं किया गया है, लेकिन पुलिस नियमों के अनुसार कार्रवाई करेगा। प्रिंसिपल सेठी का कहना है कि रात 1 बजे पर पुलिस प्रशासन हरकत में रहा। विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह ने रात ही पूरे स्कूल में बम निरोधक दस्ते व स्निफर डॉग्स के साथ चैकिंग करवा दी थी। रात 1 बजे साफ हो गया कि यह अफवाह थी।