प्रिंसिपल जगरूप सिंह बने चतुर्वेद शतक यज्ञ के मुख्य यजमान .. प्राचार्य डॉ. प्रमोद योगार्थी ने,महर्षि दयानन्द के विचारों का दिया उपदेश
टाकिंग पंजाब
जालंधर आर्य समाज विक्रमपुरा, जालंधर में डीएवी की ओर से मनाये जा रहे वेद सप्ताह समारोह में आज मेहर चन्द पॉलीटैक्निक के विद्यार्थी और स्टाफ़ सम्मिलित हुए। प्रिंसिपल जगरूप सिंह चतुर्वेद शतक यज्ञ के मुख्य यजमान बने, जिसका संचालन पुरोहित जय प्रकाश और हँसराज द्वारा किया गया।
यज्ञ के बाद आर्य महिलाओं द्वारा भजन गायन किया गया। तत्पश्चात ब्राह्म महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रमोद योगार्थी द्वारा डीएवी की आधार शिलाओं, महात्मा हँसराज, पंडित गुरुदत्त विद्यार्थी और महात्मा आनन्द स्वामी के जीवन और कार्यों पर प्रकाश डालते हुए, महर्षि दयानन्द के विचारों का उपदेश दिया।
डॉ. जगरूप सिंह ने अपने उद्बोधन में बताया कि आज ओज़ोन संरक्षण दिवस है। प्रदूषण द्वारा और विभिन्न आधुनिक उपकरणों से उत्सर्जित क्लोरो-फ्लोरो-कार्बन से उस ओज़ोन परत की हानि हो रही है जो हमें सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाती है। यज्ञ द्वारा वायु शुद्धि की महिमा बताते उन्होंने कहा कि 1984 की भोपाल गैस दुर्घटना में जहाँ हज़ारों लोग प्रभावित हुए तब भी ऐसे कुछ परिवार सुरक्षित बच गये जिनके घरों में रोज़ यज्ञ होता था।
यज्ञ के बाद मन्दिर के प्रांगण में ऋषि – लंगर का भी आयोजन हुआ। इस अवसर पर आर्य समाज के श्री रविन्द्र शर्मा, श्री इन्द्रजीत तलवाड़ और अनेक आर्य विद्वान उपस्थित हुए। मेहर चन्द पॉलीटैक्निक की ओर से श्री कश्मीर कुमार, श्री जे एस घेड़ा, श्री राकेश शर्मा, श्री प्रभु दयाल, श्री साहिल, श्री शिवम और श्री तनुज और अनेक विद्यार्थी शामिल थे।