चंडीगढ़। गुरूवार सुबह आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा का स्पेशल सेशन रद्द किया जाने के विरोध में चंडीगढ़ में विधानसभा परिसर से मुख्य चौक तक पैदल मार्च निकाला। आप विधायकों ने इसे शांति मार्च का नाम दिया, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया, जिसके बाद इन विधायकों की पुलिस के साथ झड़प हो गई। पुलिस ने बेरीकेड लगाकर शांति मार्च निकाल रहे विधायकों को राजभवन से पहले ही रोक दिया, जिसके बाद आप विधायकों ने वहीं पर दरियां बिछा धरना लगा दिया है।
इस दौरान सभी लगातार भाजपा मुर्दाबाद, कांग्रेस मुर्दाबाद, पैसा तंत्र बंद करो-बंद करो के नारे लगाते रहे। आप के विधायकों ने कहा कि भाजपा उन्हें रोकने का हर संभव प्रयास कर रही है। राज्यपाल को पंजाब के हितों पर काम करना चाहिए। नाभा के विधायक देव मान ने कहा कि भाजपा के मुंह को सत्ता का खून लग गया है। इस लिए भाजपा हर राज्य की सत्ता पर किसी न किसी तरह काबिज होना चाहती है।
आप नेताओं का कहना था कि सीएम भगवंत मान ने ऐ.जी ऑफिस से कानूनी राय ली है और अब सरकार जल्द ही कोई कदम उठाएगी। अमन अरोड़ा ने कहा कि भाजपा पंजाब सरकार गिराने के लिए विधायक खरीदने में लगी है। अमन अरोड़ा ने तो विपक्षी नेता प्रताप सिंह बाजवा पर जेड सुरक्षा लेने के लिए अमित शाह के इशारे पर काम करने तक का आरोप लगा दिया।
उधर कांग्रेस नेता संदीप जाखड़ ने कहा कि आप के पास कुल 92 विधायक हैं व विपक्ष को आप के अल्पमत में होने की कोई आशंका नहीं है तो बेवजह विश्वास मत किस कारण से लाया जा रहा है। आप अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव में फायदा लेने के लिए यह ड्रामा रच रही है। संदीप जाखड़ ने कहा कि आप ने पंजाब में गुड गवर्नेंस और जनहित में फैसले लेने के दावे किए थे, लेकिन पंजाब में कानून व्यवस्था से लेकर हर पड़ाव पर विफल रही है।