उत्तराखंड के भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य ने ही नहर में डुबो कर की थी अंकिता भंडारी की हत्या
अंकिता की मौत के बाद लोगों ने फूंकी भाजपा नेता की फैक्टरी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने चलवाया रिसॉर्ट पर बुलडोजर
कोर्ट ले जा रहे आरोपियों पर लोगों ने की लात-घूसों की बारिश.. महिलाओं ने फाड़ डाले आरोपियों के कपड़े ..
टाकिंग पंजाब
उत्तराखंड। अपने बाप की ताकत के नशे में चूर उत्तराखंड के भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य के घिनौने कार्य ने जहां मानवता को ठेस पहंचाई, वहीं अपने बाप व पार्टी की छवि को भी धूमल करके रख दिया। भाजपा नेता के इस बेटे ने एक मासूम 19 साल की अंकिता भंडारी को मात्र इस लिए मौत के घाट उतार दिया, क्योंकि उसने पुलकित के काले कारनामों में उसका साथ देने से मना कर दिया था। पुलकित के रिसॉर्ट में कईं काले कारनामें होते थे, जिसमें अंकिता रिशेप्सनिस्ट का काम करती थी। पुलिस के मुताबिक रिसॉर्ट में अनैतिक गतिविधियों का खुलासा करने की धमकी देने पर आरोपियों ने इस 19 साल की मासूम अंकिता की हत्या कर दी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अंकिता ने रिसॉर्ट में चल रही अनैतिक गतिविधियों का विरोध किया था। इस पर जब पुलकित ने अंकिता पर अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने का दबाव डाला, तो उसने धमकी दी कि वह सभी को बता देगी कि पुलकित उस पर रिसॉर्ट के कस्टमर्स के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाता है। इस बात से गुस्साए पुलकित व उसके साथियों ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया।अंकिता की मौत की खबर आग की तरह फैल गई व मामला इतना बड़ गया कि इसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दखल देना पड़ा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जब सारी बात का पता चला तो उन्होंने शुक्रवार रात को पुलकित के रिसॉर्ट पर बुलडोजर चलाने के निर्देश जारी कर दिए थे, जिसके बाद उक्त आरोपी के रिसॉर्ट को नेस्तानाबूद कर दिया गया है। इतना ही नहीं, शनिवार को लोगों ने रिसॉर्ट के पास बनी आरोपी पुलकित की फैक्ट्री में भी आग लगा दी। मामला बिगड़ता देख भाजपा ने पुलकित के पिता विनोद आर्य, जो कि उत्तराखंड सरकार में मंत्री रह चुके हैं, को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसके अलावा पुलकित के भाई अंकित आर्य को भी उत्तराखंड ओबीसी कल्याण आयोग के उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। इस केस में पुलकित के 2 साथी अंकित व सौरभ भास्कर को भी गिरफ्तार कर लिया है।
उधर जब पुलिस आरोपियों को कोर्ट में पेश करने ले जा रही थी तो रास्ते में लोगों ने पुलिस की गाड़ी को रोक दिया व आरोपियों की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने बीच-बचाव कर तीनों को किसी तरह से भीड़ से बचाया व कोर्ट ले गई। गांव की महिलाएं तो इतनी गुस्से में थीं कि उन्होंने पीटते-पीटते आरोपियों के कपड़े तक फाड़ डाले। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश करके रिमांड हासिल कर लिया है व पुलिस आगे की कार्रवाई करने में जुट गई है।