इन चारों समाज के नेताओं ने कहा.. पंजाब की पवित्र धरती पर मतांतरण नहीं किया जाएगा बर्दाश्त
टाकिंग पंजाब
जालंधर। पंजाब में ईसाई भाईचारे की तरफ से 27 सितंबर को पंजाब बंद की काल को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाऐगा। पंजाब की इस पवित्र धरती पर मतांतरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा व हम सभी एकजुट होकर मतांतरण के विरुद्ध मोर्चा खोलेंगे। इन बातों का प्रग्टावा हिंदू, सिख, वाल्मीकि व रविदास समाज के नेताओ ने एक प्रैस वार्ता दौरान किया।
प्रैस वार्ता दौरान इन चारों समाज के नेताओं ने कहा कि ईसाई भाईचारे की इस बंद की कॉल को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा। आज की प्रैस वार्ता में सिख तालमेल कमेटी से तजिंदर सिंह परदेसी, हरपाल सिंह चड्ढा, हिंद क्रांति दल के मनोज नन्हा, वाल्मीकि समाज के नेता राजकुमार राजू, राजेश भट्टी, सुभाष सोंधी आदि शामिल हुए।
इन नेताओं ने कहा पंजाब कि उन्होंने कहा कि पुलिस व प्रशासन की लापरवाही के कारण पंजाब में चर्चों की संख्या तेजी के साथ बढ़ रही है, जो गंभीर चिंता का विषय है। ताजपुर चर्च में अंधविश्वास के कारण एक बच्ची की जान चली गई। इसके बावजूद पुलिस ने चर्च प्रबंधकों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया।
इन नेताओं ने कहा कि अब समय आ गया है कि हिंदू, सिख वाल्मीकि व रविदास भाईचारे को संगठित होकर इसके खिलाफ आवाज बुलंद करनी ही होगी। ईसाई भाईचारे द्वारा 27 सितंबर को पंजाब बंद की काल की गई है, जिसे किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा। इन नेताओं के रूख से लग रहा था कि अगर ईसाई भाईचारे ने पंजाब बंद करना चाहा तो शहर में टकराव की स्थिति न बन जाए।
उधर दूसरी तरफ खबर है कि पंजाब के लुधियाना में आज ईसाई भाईचारा द्वारा पंजाब बंद की काल वापिस ले ली गई। बचत भवन में आयोजिक प्रेसवार्ता दौरान क्रिश्चयन यूनाइटिड फैडरेशन के प्रधान एलबर्ट दूआ ने कहा कि कल 27 सितंबर पंजाब बंद की काल को ईसाई भाईचारा वापिस ले रहा है। पुलिस के आश्वासन के बाद ईसाई भाईचारा में आपसी सहमती बनी कि पंजाब को बंद न करवाया जाए।