चंडीगढ़। विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए पंजाब विधानसभा सत्र की आज की कार्यवाही शुरू हो गई है। पंजाब विधानसभा सेशन का आज चौथा और अंतिम दिन है। पंजाब विधानसभा के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है, जब सरकार द्वारा लाए गए विश्वास प्रस्ताव पर बहस हाेने के साथ वोटिंग भी होगी।
हालांकि 92 विधायकों की आप सरकार को कोई खतरा नहीं है, लेकिन 25 विधायकों वाला विपक्ष अपनी ताकत दिखाने मे कोई कसर बाकी नहीं छोड़ने वाला है। आज सीएम भगवंत मान की तरफ से लाए जाने वाले इस विश्वास प्रस्ताव पर मतदान का भाजपा बहिष्कार करेगी। वहीं दूसरी तरफ जहां कांग्रेस फौजा सिंह सरारी मामले में सदन में हंगामा कर सकती है वहीं आज सत्ता पक्ष को घेरने के लिए कांग्रेस को एक और मुद्दा मिल गया है।
कांग्रेस सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में शामिल गैंगस्टर दीपक टीनू के पुलिस हिरासत से फरार होने की घटना को लेकर भी सरकार को घेरने की तैयारी में है। कांग्रेस जहां एक तरफ मंत्री सरारी को कैबिनेट से बर्खास्त करने की मांग कर रही है, वहीं टीनू के मुद्दे पर भी कांग्रेस सरकार को मुश्किल में डाल सकती है। सत्र के पहले दिन से ही कांग्रेस सरारी मामले को लेकर सदन में हमलावर नजर आ रही है। हालांकि कांग्रेस की नारेबाजी के बीच सदन में कईं बिल बिना चर्चा के पास हो गए।
उधर दूसरी तरफ सदन की कार्रवाई से पहले कांग्रेस विधायक सुखपाल खैहरा ने डीजीपी गौरव यादव से मिलकर विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवा की गिरफ्तारी की मांग की है। खैहरा ने बताया कि कुलतार सिंह संधवा के खिलाफ कोर्ट ने 17 सितंबर को गैर जमानती वारंट जारी किया है। इसके बावजूद स्पीकर विधानसभा की कार्यवाही चला रहे हैं।
हालांकि खैहरा की शिकायत को राजनीतिक रूप से जोड़ा जा रहा है। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के विधायकों ने 2020 में कोरोना काल के दौरान तरनतारन में धरना दिया था, जिसको लेकर आप के विधायक जिसमें स्पीकर कुलतार सिंह संधवा, वार्ड डिप्टी स्पीकर जयकिशन रोड़ी भी शामिल हैं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।