परगट सिंह ने किया ट्वीट तो शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस बोले.. अपने फेलियर की जिम्मेदारी दूसरे के कंधों पर मत डालो
टाकिंग पंजाब
चंडीगड़। साल 2016 से पंजाब के सरकारी स्कूलों में लगातार एडमिशन बढ़ रहे थे, लेकिन उसके बाद से इन सरकारी स्कूलों में 2 लाख के करीब एडमिशन कम हो गईं हैं। इस मुद्दे को लेकर आम आदमी की सरकार के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस व पिछली कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री रहे परगट सिंह आपस में भिड़ गए। घटती एडमिशन के लिए इन दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है।
दरअसल पंजाब के सरकारी स्कूलों में प्राइमरी से बारहवीं क्लास तक कुल 28.36 लाख एडमिशन हुए हैं। वहीं 2021-22 में यह एडमिशन 30.40 लाख पहुंच गए थे। इस बार एडमिशन में करीब 6.75 प्रतिशत कमी आई है, जबकि पिछले साल 10.53 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई थी। छठी से 12वीं तक इस बार पिछली बार के 15.53 लाख के मुकाबले 1.22 लाख यानी 14.51 लाख बच्चों ने एडमिशन लिया है। वहीं प्री-प्राइमरी से 5वीं क्लास तक इस बार 13.84 लाख बच्चों ने एडमिशन लिया, पिछली बार यह आंकड़ा 14.67 लाख था।
कांग्रेस सरकार का हार्ड वर्क बर्बाद हो गया – परगट सिंह
सबसे पहले पूर्व शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने ट्वीट कर आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा। विधायक परगट सिंह ने कहा कि तथाकथित दिल्ली मॉडल पंजाब में क्रैश हो गया। पंजाब में प्रचार वाली आम आदमी पार्टी सरकार के पहले साल में ही 2 लाख एडमिशन कम हो गए। साल 2016 से लगातार सरकारी स्कूलों में एडमिशन बढ़ रहे थे। शिक्षा के क्षेत्र में पिछली कांग्रेस सरकार का हार्ड वर्क बर्बाद हो गया।
दूसरों के कंधों पर मत डालो अपने फेल्यिर की जिम्मेदारी – हरजोत बैंस
मौजूदा शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने परगट सिंह को इसका जवाब देते हुए उन पर पलटवार किया है। बैंस ने कहा कि बतौर शिक्षा मंत्री अपने फेलियर की जिम्मेदारी दूसरे के कंधों पर मत डालो। हर साल 14 नवंबर से एडमिशन के लिए स्पेशल ड्राइव चलती थी। पिछले साल यह ड्राइव नहीं चली। तब परगट सिंह शिक्षा मंत्री थे। यह ही नहीं परगट सिंह की लापरवाही की वजह से समय पर इस बार किताबें भी नहीं छप सकीं।