– कनाडा में बढ़ती कीमतों की वजह से घर खरीदना कई लोगों की पहुंच से हुआ बाहर
– कनाडा सरकार ने कहा, घर लोगों के लिए है, निवेशकों के लिए नहीं
टाकिंग पंजाब
कनाडा। आज के समय में ज्यादातर भारतीय विदेशों में बसना चाहते हैं, खासकर के कनाडा में। कनाडा में पंजाबियों की गिनती लगातार बढ़ती जा रही है। इसकी को देखते हुए अब कनाडा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। कनाडा सरकार ने स्थानीय लोगों के लिए अधिक घर उपलब्ध कराने के लिए 1 जनवरी से विदेशियों के लिए रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी खरीदने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बारे में जानकारी देते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो कहा कि ये प्रतिबंध ग्रीष्म कालीन कॉटेज जैसी प्रॉपर्टी पर लागू नहीं होगा, यह केवल शहर के आवासों पर लागू होगा। दरअसल, कनाडा में बढ़ती कीमतों की वजह से घर खरीदना कई लोगों की पहुंच से बाहर है। कनाड़ा में घर खरीदने वालों की मांग काफी बढ़ रही है व मुनाफाखोर भी प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री में लगे थे। कनाडा सरकार ने साफ कहा है कि घर लोगों के लिए है, निवेशकों के लिए नहीं। इसलिए सरकार ने नॉन कैनेडियन एक्ट के जरिये स्थानीय लोगों को अधिक घर उपलब्ध कराने के मकसद से रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी खरीदने वाले विदेशियों पर प्रतिबंध लगाया गया है। कनाडा सरकार ने यह भी साफ किया है कि ये प्रतिबंध केवल शहर के आवासों पर लागू होगा। यह प्रतिबंध रविवार (1 जनवरी) से लागू हो गया है। ग्रीष्मकालीन कॉटेज जैसी प्रॉपर्टी पर ये प्रतिबंध लागू नहीं होगा। कैनेडियन रियल एस्टेट एसोसिएशन के अनुसार, फरवरी 2022 में कनाडा में औसत घर की कीमत $800,000 कनाडाई से अधिक हो गई। तब कीमतों में करीब 13 फीसदी की गिरावट आई थी। बैंक ऑफ कनाडा ब्याज दरें बढ़ा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप देश में उच्च बंधक दरें हैं। महामारी से पहले 2019 के अंत से सीआरईए का मूल्य सूचकांक अभी भी 38 प्रतिशत ऊपर है।