लिखा, 6 जिलों में 13 टोल प्लाजा कई दिन से बंद होने से केंद्र को हर रोज हो रहा 1.35 करोड़ रुपए का घाटा
टाकिंग पंजाब
चंडीगढ़। पंजाब में आए दिन किसानों की तरफ से टोल प्लाजा को बंद करवाने से होने वाले घाटे से नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानि एनएचएआई व व केंद्र सरकार ने परेशान हो उठी है। किसानों की तरफ से टोल प्लाजा को बंद करवाने के कारण केंद्र सरकार को काफी घाटा हो रहा है, जिसके चलते नेशनल हाइवे ने इस मामले में 6 जिलों के डीसी को खत लिखकर इसका हल निकालने के लिए कहा है। नेशनल हाइवे अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर रवि चावला ने तरनतारन, अमृतसर, फिरोजपुर, जालंधर, होशियारपुर व बरनाला के डिप्टी कमिश्नरों को यह खत लिख कर पंजाब के बंद टोल प्लाजा खुलवाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि 6 जिलों में 13 टोल प्लाजा कई दिन से बंद हैं, जिसके कारण केंद्र को हर रोज लगभग 1.35 करोड़ रुपए का घाटा हो रहा है। कहा जा रहा है कि केंद्र की तरफ से 28 दिसंबर को इस संबंध में खत लिखा गया था, लेकिन ट्रांसपोर्ट सचिव के अनुसार फिलहाल उन्हें ऐसे कोई खत नहीं मिला है। सूत्रों की माने तो दूसरी तरफ केंद्र की तरफ से पिछले दिनों सरकार को पत्र लिखा गया था कि किसान आंदोलन के दौरान 440 दिन तक टोल प्लाजा बंद रहने से 1348.77 करोड़ का नुकसान हुआ था। केंद्र सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे की सचिव अल्का उपाध्याय ने दिसंबर में लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि 2010 में करार के तहत टोल प्लाजा पर लॉ एंड ऑर्डर कायम रखने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। किसानों के साथ बात कर मामले का जल्द हल निकाला जाना चाहिए।