सीएम ने कहा.. करप्शन के मामले में ‘जीरो टॉलरेंस’ पॉलिसी अपनाए हुए है सरकार.. भृष्टाचार नही होगा बर्दाश्त
टाकिंग पंजाब
चंडीगढ़। अपने साथी अधिकारी की विजिलेंस द्वारा की गई गिरफ्तारी से खफा पंजाब के पीसीएस अधिकारी काम छोड़कर घरों में बैठ गए हैं। अधिकारियों के काम न करने के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है व सरकार का राजस्व ता नुक्सान हो रहा है। अधिकारियों के इस काम बंद करने के फैंसले से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने काफी गुस्से में दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को चेतावनी जारी करते हुए 2 बजे तक ड्यूटी जॉइन करने का अल्टीमेटम दे दिया है। सीएम भगवंत मान ने आज सुबह ही एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में लिखा है कि उनके ध्यान में आया है कि कुछ अधिकारी ड्यूटी जॉइन नहीं कर रहे व हड़ताल पर हैं। वह सरकारी अधिकारी के खिलाफ करप्शन के चार्ज में उठाए गए सख्त कदम से खफा हैं। उन्हें हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि सरकार करप्शन के मामले में ‘जीरो टॉलरेंस’ पॉलिसी अपनाए हुए है। आदेश में लिखा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस स्ट्राइक को गैर कानूनी करार दिया है। इस आदेश में स्पष्ट लिखा गया है कि जो भी अधिकारी आज 11 जनवरी 2023 को 2 बजे तक अपनी ड्यूटी जॉइन नहीं करता, उसे सस्पेंड कर दिया जाए। मुख्यमंत्री भगवंत मान के बाद अब पंजाब के मुख्यसचिव वीके जंजुआ ने भी चिट्ठी निकाल दी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि अगर 2 बजे तक हड़ताल पर गए अधिकारी वापस ना आए तो इस पीरियड को ब्रेक ऑफ सर्विस माना जाएगा। मुख्यमंत्री के इस सख्त रवेए का असर पीसीएस अधिकारियों पर होता है या नहीं, इसका पता आज 2 बजे के बाद लग जाऐगा। चर्चा है कि करप्शन के मामले में ‘जीरो टॉलरेंस’ पॉलिसी अपनाए हुए सरकार इन अधिकारियों के खिलाफ कोई सख्त फैंसला न ले ले। दरअसल, पंजाब के लुधियाना में विजिलेंस ने आरटीए के पद पर तैनात नरिंदर सिंह धालीवाल को ट्रांसपोर्टरों से मासिक वसूली करने के जुर्म में विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था, जिसके के बाद से ही पंजाब के पीसीएस अधिकारी नाराज है। उनके आरोप हैं कि सरकार ऐसे भी किसी की भी शिकायत के आधार पर किसी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकती।
चंडीगढ़। अपने साथी अधिकारी की विजिलेंस द्वारा की गई गिरफ्तारी से खफा पंजाब के पीसीएस अधिकारी काम छोड़कर घरों में बैठ गए हैं। अधिकारियों के काम न करने के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है व सरकार का राजस्व ता नुक्सान हो रहा है। अधिकारियों के इस काम बंद करने के फैंसले से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने काफी गुस्से में दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को चेतावनी जारी करते हुए 2 बजे तक ड्यूटी जॉइन करने का अल्टीमेटम दे दिया है। सीएम भगवंत मान ने आज सुबह ही एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में लिखा है कि उनके ध्यान में आया है कि कुछ अधिकारी ड्यूटी जॉइन नहीं कर रहे व हड़ताल पर हैं। वह सरकारी अधिकारी के खिलाफ करप्शन के चार्ज में उठाए गए सख्त कदम से खफा हैं। उन्हें हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि सरकार करप्शन के मामले में ‘जीरो टॉलरेंस’ पॉलिसी अपनाए हुए है। आदेश में लिखा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस स्ट्राइक को गैर कानूनी करार दिया है। इस आदेश में स्पष्ट लिखा गया है कि जो भी अधिकारी आज 11 जनवरी 2023 को 2 बजे तक अपनी ड्यूटी जॉइन नहीं करता, उसे सस्पेंड कर दिया जाए। मुख्यमंत्री भगवंत मान के बाद अब पंजाब के मुख्यसचिव वीके जंजुआ ने भी चिट्ठी निकाल दी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि अगर 2 बजे तक हड़ताल पर गए अधिकारी वापस ना आए तो इस पीरियड को ब्रेक ऑफ सर्विस माना जाएगा। मुख्यमंत्री के इस सख्त रवेए का असर पीसीएस अधिकारियों पर होता है या नहीं, इसका पता आज 2 बजे के बाद लग जाऐगा। चर्चा है कि करप्शन के मामले में ‘जीरो टॉलरेंस’ पॉलिसी अपनाए हुए सरकार इन अधिकारियों के खिलाफ कोई सख्त फैंसला न ले ले। दरअसल, पंजाब के लुधियाना में विजिलेंस ने आरटीए के पद पर तैनात नरिंदर सिंह धालीवाल को ट्रांसपोर्टरों से मासिक वसूली करने के जुर्म में विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था, जिसके के बाद से ही पंजाब के पीसीएस अधिकारी नाराज है। उनके आरोप हैं कि सरकार ऐसे भी किसी की भी शिकायत के आधार पर किसी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकती।