राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के चलते पुलिस ने जारी किया डायवर्शन प्लान… बदले गए कई शहरों को जाने वाले रास्ते
टाकिंग पंजाब
लुधियाना। अगर आपका कल यानि कि 12 जनवरी को लुधियाना, चंडीगढ़, दिल्ली आदि जगहों पर जाने का प्रोग्राम है तो रूक जाईए या फिर इन जगहों पर जाने के लिए पुलिस की तरफ से जारी किए डायवर्शन प्लान के अनुसार ही जाईऐगा, नहीं को आपको दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। इसका कारण यह है कि कल यानि कि 12 जनवरी को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा लुधियाना पहुंच रही है। इसके चलते पुलिस व ट्रैफ्रिक अधिकारियों की तरफ से लुधियाना, चंडीगढ़, दिल्ली आदि को जाने वाले रास्तों को डायवर्ट किया है।
हम आपको बताते हैं कि अगर आपने इन शहरों व राज्यों में जाना है तो आपको कौन सा रूट प्लान अपनाना चाहिए। कल जिन वाहनों ने दिल्ली साइड से नवांशहर, जालंधर, अमृतसर, गुरदासपुर व जम्मू की तरफ जाना है, उन्हें खन्ना से होकर वाया समराला माछीवाड़ा, राहों, नवांशहर से होकर आगे जाना होगा। इसी प्रकार चंडीगढ़ की तरफ से आने वाले भारी वाहन जिन्हें दिल्ली व फिरोजपुर की तरफ जाना है, उन्हें नीलों नहर पुल से दोराहा व साऊथ बाईपास की तरफ भेजा जाऐगा।
चंडीगढ़ की तरफ से आने वाले भारी वाहन जिन्हें जालंधर, अमृतसर, गुरदासपुर की तरफ जाना है, उन्हें समराला से माछीवाड़ा, राहों, नवांशहर के रास्ते आगे भेजा जाएगा। जो रूट लोगों का इन शहरों व राज्यों में जाने का होगा, वहीं रूट वापसी पर भी उन्हें अपनाना पड़ेगा।
रूट डायवर्शन को लेकर एसीपी ट्रैफिक गुरप्रीत सिंह का कहना है कि यात्रा के दौरान लोग पुलिस प्रशासन का सुरक्षा व ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने में पूर्ण सहयोग करें।
रूट डायवर्शन को लेकर एसीपी ट्रैफिक गुरप्रीत सिंह का कहना है कि यात्रा के दौरान लोग पुलिस प्रशासन का सुरक्षा व ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने में पूर्ण सहयोग करें।
लोग हो सके तो भारत जोड़ो यात्रा मार्ग में अपने वाहन लेकर जाने से परहेज करें। ट्रैफिक पुलिस द्वारा डायवर्शन लागू किए गए रूट पर ट्रैफिक कर्मचारियों की डियूटी लगाई गई है, जो कि लोगों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने में मदद करेंगे। आपको बता दें कि इस समय राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मंडी गोबिंदगढ़ से अगले पढ़ाव के लिए निकल गई है। मंडी गोबिंदगढ़ के खालसा ग्राउंड से निकली यह यात्रा खन्ना में जाकर रुकेगी। रास्ते में हल्की बूंदाबांदी शुरू हो चुकी है, लेकिन राहुल गांधी के कदम अभी भी आगे बढ़ रहे हैं।