विधायक की गरिफ्तारी निकली अफवाह.. आरोप, पुलिस ने जानबूझ कर नहीं किया विधायक को गरिफ्तार
टाकिंग पंजाब
बठिंडा। विजिलेंस टीम द्वारा आप विधायक अमित रत्न के पीए कहे जाने वाले शख्स को रिश्वत के मामले में ग्रिफ्तार किये जाने के मामले में नया मोड़ आप गया है। विजिलेंस द्वारा चार लाख रुपए समेत पकड़े गए रेशम गर्ग के मामले में बठिंडा देहाती से आप विधायक अमित रत्न ने वीरवार देर शाम को अपने फेसबुक पेज पर लाइव होकर कहा कि रेश्म मेरा पीए ही नहीं है, मेरा पीए तो रणबीर सिंह है।
आप विधायक अमित रत्न ने कहा कि रेशम के साथ मेरा कोई लेन देन नहीं है। राजनीतिक विरोधी पार्टियों द्वारा रिशम को उनका पीए बताकर गलत प्रचार किया जा रहा है। उधर आप विधायक के पीए बताये जा रहे रेशम ने भी कहा है कि उक्त शिकायत करता ने मुझ से दस लाख रुपए उधार लिए थे, जिसमे से चार लाख रुपए उसने वापिस किए है। रेशम ने कहा कि उक्त शिकायत करता ने जब उस से पैसे उधार लिए थे। उसने तब कहा था कि उसने एक प्लांट लगाया है जिसमे पैसे ज्यादा लग गए है
उधर मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार पुलिस ने विधायक रत्न को सर्किट हाउस के पीछे बने एक क्लब के गेट जरिए बाहर निकाल दिया। कुछ पिक्चर भी वायरल हो रही है, जिसमें रत्न जैसा शख्स वहाँ से जाता दिखाई दें रहा है। कहा जा रहा है कि वह विधायक ही है, जिन्हे पुलिस वहाँ से निकाल रही है। हालंकि इसकी पूष्टि हम नहीं कर रहे है। आप विधायक अमित रत्न का पक्ष जानने के लिए उनको बार बार फोन किया गया लेकिन उन्होंने घंटी बजने के बावजूद फोन नहीं उठाया।
बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट कर कहा कि कट्टर बेईमान सरकार के विधायक का करीबी विजिलेंस ने गरिफ्तार किया, लेकिन सरकार ने अपने विधायक को बचा लिया। अकाली दल ने अमित रत्न को भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत ही पार्टी से निकाला गया था। आपको बता दें कि अमित रत्न पहले अकाली दल में थे।