मुख्यमंत्री ने शक्ति पीठ श्री देवी तालाब मंदिर व श्री महा लक्ष्मी मंदिर में टेका माथा 

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शिवालय में की पूजा-अर्चना, राज्य की शांति, तरक्की और खुशहाली के लिए की अरदास

टाकिंग पंजाब 

जालंधर। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज शक्ति पीठ श्री देवी तालाब मंदिर और श्री महा लक्ष्मी मंदिर में माथा टेक कर राज्य की शांति, तरक्की और खुशहाली के लिए अरदास की। आज मंदिरों में माथा टेकने पहुँचे मुख्यमंत्री ने महा शिवरात्रि के त्योहार पर लोगों को शुभकामनाएं दीं।   उन्होंने कहा कि महा शिवरात्रि का त्योहार लोगों को सत्य की प्राप्ति के लिए यत्नशील होने के लिए प्रेरित करता है, जो भगवान शिव द्वारा दर्शायी गई परम चेतना की तरफ लेकर जाता है। भगवंत मान ने कहा कि यह त्योहार श्रद्धा, आपसी प्यार और सदभावना की मूल्यों पर ज़ोर देता है, जिसको महान भारतीय संस्कृति के आधार के तौर पर जाना जाता है।मुख्यमंत्री ने श्री महा लक्ष्मी मंदिर में शिवालय में पूजा अर्चना करते हुए उम्मीद जतायी कि यह त्योहार राज्य में भाईचारक सांझ और सदभावना की भावना को और मज़बूत करेगा।    उन्होंने कहा कि यह त्योहार समाज के सभी वर्गों में शांति और सदभावना के नये युग की शुरुआत करेगा। मुख्यमंत्री ने पूरी विनम्रता और समर्पण भावना के साथ राज्य के लोगों की सेवा करने के लिए परमात्मा के समक्ष बल प्रदान करने के लिए अरदास की। उन्होंने माता रानी का आशीर्वाद लेने के लिए अरदास की जिससे बिना जाति, रंग, नसल और धर्म के भेदभाव वाला समाज सृजित किया जा सके।   भगवंत मान ने कहा कि समाज में प्यार, भाईचारक सांझ और सदभावना की भावनाओं को हर कीमत पर कायम रखा जायेगा और यह हमेशा ही उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी।मुख्यमंत्री ने पंजाब के लोगों की ईमानदारी, लगन और तनदेही के साथ सेवा करने की ज़िम्मेदारी सौंपने के लिए माता रानी का धन्यवाद किया। भगवंत मान ने कहा कि उनके लिए इन पवित्र स्थलों के दर्शन करना एक विलक्षण अनुभव था, जो दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए प्रेरणा और सकारात्मकता के स्त्रोत हैं।   उन्होंने कहा कि परमात्मा की कृपा स्वरूप वह लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं और सरकार की तरफ से जन हितैषी और विकास अनुकूल नीतियों को लागू करने को सबसे अधिक प्राथमिकता दी जा रही है। इस मौके पर विधायक रमन अरोड़ा, डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह, पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चाहल और अन्य भी उपस्थित थे।

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