गवर्नर ने जय हिंद व वाहेगुरु जी का खालसा-वाहेगुरु जी की फतेह के साथ पूरा किया अपना अभिभाषण
टाकिंग पंजाब
चंडीगढ़। शुक्रवार को शुरू हुआ पंजाब विधानसभा बजट सत्र शुरू होते ही हंगामें में तबदील हो गया। सत्र की शुरूआत में ही विपक्षी दलों ने पंजाब संबंधी कई मुद्दों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि सत्र की शुरूआत गवर्नर के अभिभाषण के साथ हुई व पंजाब के गवर्नर बीएल पुरोहित ने सरकार के प्रस्तावित कार्यों की जानकारी दी। गवर्नर के अभिभाषण के बीच ही पंजाब कांग्रेस के विधायक वॉकआउट कर सदन से बाहर निकल गए। गवर्नर ने जय हिंद व वाहेगुरु जी का खालसा-वाहेगुरु जी की फतेह के साथ अपना अभिभाषण पूरा किया। फिर राष्ट्रगान के बाद कार्रवाई आगे बढ़ी। सत्र की कार्रवाई के बाद आप विधायक ब्रह्म शंकर जिम्पा व लालचंद कटारूचक्क ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा ही नहीं है। इस कारण वह केवल हंगामा कर वॉकआउट करते हैं। ब्रह्म शंकर जिम्पा ने कहा कि कांग्रेसी विधायकों द्वारा गवर्नर के अभिभाषण के दौरान हंगामा करने से लोगों में उनकी असल छवि सामने आई है। स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि अपने समय में इन्होंने पंजाब को जमकर लूटा है। अब पंजाब को ईमानदार सरकार व ईमानदार सीएम मिला है तो गवर्नर के अभिभाषण पर भी इंतजार है। अभिभाषण के बाद जो बोलना व तथ्यों पर बात करनी है, कर सकते हैं, लेकिन विपक्ष के विधायकों द्वारा हंगामा करना सही नहीं है। उन्होंने पंजाब में चल रहे विभिन्न घटनाक्रम के सवाल पर कहा कि पंजाब की शांति भंग करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
उधर नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के सिंगापुर भेजे गए प्रिंसिपल के मामले पर सदन में सवाल करने पर जिम्पा ने कहा कि वह गवर्नर से सदन के बाहर कुछ भी पूछ सकते हैं, लेकिन सरकार से सवाल करने के लिए बाजवा के पास कोई बात ही नहीं थी। विधायक लालचंद कटारूचक्क ने कहा कि गवर्नर बीएल पुरोहित के अभिभाषण के बीच विपक्षी दल के विधायकों द्वारा हंगामा करना दुर्भायपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अभिभाषण के बीच रोक-टोक करना गैर मार्यादित-असंवैधानिक है। कांग्रेस से नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि गवर्नर ने कहा मेरी सरकार लेकिन पहले सीएम पंजाब यह तो माने कि वह गवर्नर हैं, क्योंकि गवर्नर ने लेटर में पांच सवाल किए हैं लेकिन सीएम ने कोई जवाब नहीं दिया। नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा इतिहास में पहली बार हुआ है कि गवर्नर ने यह स्वीकार किया है कि वह मौजूदा सरकार को अपनी सरकार ही नहीं मानते। ड्रग्स मामले पर सरकार ने विशेष अभियान चलाने की बात कही है, जबकि गवर्नर ने पंजाब के बॉर्डर के क्षेत्रों में डीजीपी और सीएस के साथ जाने के दौरान कहा था कि पंजाब में नशा इतना खुले तौर पर मिलता है कि करियाने की दुकान पर भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि आज गवर्नर से अभिभाषण जबरन पढ़वाया गया है। उन्होंने भगवंत मान को गैर जिम्मेदार व अनुभवहीन सीएम बताया।