टीमों ने अमृतसर, तरनतारन, जालंधर, गुरदासपुर, जालंधर जिलों में की जांच शुरू.. विदेशों से फंडिंग व आईएसआई लिंक की जांच संभव
टाकिंग पंजाब
नईं दिल्ली। वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के मामले में कईं अहम खुलासे हो रहे हैं। पुलिस मीडिया रिपोर्ट का दावा है कि अमृतपाल के ड्रग माफिया के साथ संबंध थे व ड्रग माफिया ही उसे फंडिंग कर रहे थे। इतना ही नहीं माफिया ने ही उसे मर्सिडीज तोहफे में दी थी। इसके अलावा आईएसआई उसे हथियार, बारूद व अन्य सुविधाएं मुहैया करवा रही थी। अमृतपाल सिंह ने 33 बुलेटप्रूफ जैकेट भी खरीदी हुईं थी व इन जैकेट पर एकेएफ का मार्का भी बनाया था। पुलिस का कहना है कि जिस मंहगी गाड़ी में अमृतपाल सिंह भागा, वह ड्रग माफिया ने ही उसे तोहफे में दी थी। अब यह मामला एनआईए के हाथ में चला गया है व एनआईए की आठ टीमें पंजाब पहुंच गईं। इन टीमों ने अमृतसर, तरनतारन, जालंधर, गुरदासपुर, जालंधर जिलों में जांच शुरू भी कर दी है। एनआईए की टीम अमृतपाल सिंह के हथियारों, विदेशों से लिंक, फंडिंग व आईएसआई से लिंक की जांच कर रही है। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के 458 करीबियों की पहचान कर उनकी सूची एनआईए को सौंप दी है। इसके अलावा जालंधर, होशियारपुर व नवांशहर की 6 फाइनेंस कंपनियों की पहचान की है, जिनमें पिछले साल 20 अगस्त से लेकर अब तक करोड़ों की ट्रांजेक्शन हुई है। इतना ही नहीं जालंधर के 2 हवाला कारोबारियों की भी पहचान भी हुई है, जिनकी तलाश जारी है। इस मामले में पंजाब पुलिस व काउंटर इंटेलिजेंस, एंटी गैंगस्टर्स टास्क फोर्स की 28 टीमें भी जांच में जुटी हैं।