टाकिंग पंजाब
नईं दिल्ली । कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म हो गई है। इस फैसले के बाद अब वह 2024 का लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे। इससे कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़ा झटका लगा है। लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की संसद की सदस्यता को रद्द कर दिया है। लोकसभा सचिवालय का यह नोटिफिकेशन 23 मार्च से ही प्रभावी होगा, क्योंकि अदालत का फैसला उसी दिन आया था. राहुल गांधी अभी केरल के वायनाड लोकसभा सीट से सांसद हैं। सदस्यता रद्द करने के फैसले के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र की हिफाजत के लिए हमें जेल भी जाना पड़ा तो जाएंगे। दरअसल, सूरत कोर्ट ने मानहानि मामले में वीरवार को राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी। सूरत कोर्ट के फैसले के बाद से ही राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता पर तलवार लटक रही थी। हालांकि लोकसभा सचिवालय के फैसले के बाद अब राहुल गांधी के सामने कुछ विकल्प हैं। जानकारों का कहना है कि सबसे पहले राहुल गांधी निचली अदालत के फैसले पर रोक लगाने के लिए हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकते हैं। हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में लोकसभा सचिवालय के फैसले पर स्टे लगा सकता है। हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि फैसले पर स्टे लगाने के बाद उनकी सदस्यता बहाल होगी या नहीं। यदि सदस्यता बहाल नहीं होती है तो वायनाड सीट पर फिर से चुनाव हो सकता है। अगर राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म होने के बाद गई, सजा हुई तो राहुल गांधी 8 साल तक कोई चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। इधर, राहुल गांधी के समर्थन में पार्टी ने सोशल मीडिया पर ‘डरो मत’ कैंपेन शुरू किया है। पार्टी के ट्विटर हैंडल पर भी इसे लगाया गया है। पार्टी के कार्यकर्ता इसे शेयर कर रहे हैं। इसके अलावा पार्टी के प्रदर्शनों में भी इस नारे को बैनर-पोस्टर पर प्रमुखता से इस्तेमाल किया जा रहा है। दिल्ली में कांग्रेस दफ्तर पर भी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उनकी पुलिस से झड़प भी हुई। कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म करने के फैसले से पहले कांग्रेस समेत 14 विपक्षी दलों ने पहले संसद और फिर दिल्ली की सड़कों पर प्रोटेस्ट किया। विपक्षी दलों ने विजय चौक तक मार्च निकाला। जो पोस्टर विपक्षी सांसदों ने लिए थे, उन पर लिखा था- लोकतंत्र खतरे में है। इस बीच, प्रियंका और सोनिया गांधी राहुल से मिलने उनके घर पहुंचीं। कांग्रेस दफ्तर के बाहर राहुल की सजा के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई। कर्नाटक में भी कांग्रेस चीफ डीके शिवकुमार को हिरासत में लिया गया है। इस मामले में जम्मू में भी प्रदर्शन हुए।