अलग देश बनाने की पूरी तैयारी कर चुका था अमृतपाल सिंह.. पुलिस को मिली खालिस्तान की करेंसी

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पुलिस मुताबिक अमृतपाल सिंह के गनर से मिली 10 डॉलर की खालिस्तानी करेंसी व नक्शा, उसमें पाकिस्तान के पंजाब समेत कुछ इलाके, जम्मू-कश्मीर व पंजाब को दिखाया गया शामिल

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अमृतसर। वारिस पंजाब दे के चीफ व खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं। इस बार जो पुलिस ने अमृतपाल सिंह को लेकर खुलासा किया है, वह काफी हैरान करने वाला है। पुलिस के मुताबिक जांच में पता चला है कि अमृतपाल सिंह ने अलग देश खालिस्तान बनाने की पूरी तैयार कर ली थी। पुलिस को अमृतपाल सिंह के गनर के पास से 10 डॉलर की खालिस्तानी करेंसी मिली है। खालिस्तान की करेंसी के साथ खालिस्तान का   झंडा व नक्शा भी मिला है। खालिस्तान का जो नक्शा मिला है, उसमें पाकिस्तान के पंजाब समेत कुछ इलाके व जम्मू-कश्मीर और पंजाब को शामिल दिखाया गया है।    इसके अलावा खालिस्तान का झंडा भी मिला है, जिस पर निशान साहिब का चिह्न बना हुआ है। इस बात का खुलासा खन्ना पुलिस की एसएसपी अमनीत कौंडल ने किया है। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि इन सभी बातों का खुलासा अमृतपाल सिंह के गनर तजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा ने किया है। एसएसपी अमनीत कौंडल का कहना है कि इन लोगों ने खालिस्तान का नया झंडा, अलग करेंसी व सिख रियासतों के झंडे तक बना लिए थे। प्राइवेट आर्मी आनंदपुर खालसा फौज यानि कि एकेएफ के अलावा एक क्लोज प्रोटेक्शन टीम यानि सीपीटी भी बनाई थी। इतना ही नहीं, एकेएफ के हर व्यक्ति को स्पेशल नंबर अलॉट किया गया था।      पुलिस का कहना है कि अमृतपाल सिंह के गनर के मोबाइल से फायरिंग रेंज का एक वीडियो भी मिला है, जिसमें पूर्व फौजी हथियार चलाने की ट्रेनिंग देते दिख रहे हैं। यह फायरिंग रेंज अमृतपाल के गांव जल्लूपुर खेड़ा में बनाई गई थी। पुलिस जांच के मुताबिक अमृतपाल ने पंजाब आते ही ऐसे विवादित पूर्व सैनिकों को ढूंढना शुरू कर दिया था, जिनके पास पहले से ही आर्म्स लाइसेंस हों, ताकि ट्रेनिंग देने में आसानी हो।खालिस्तान बनाने के लिए अमृतपाल सिंह की हथियारबंद संघर्ष शुरू करने की तैयारी थी।     इसके लिए उसने 2 वॉट्सऐप ग्रुप बनाए गए थे। पहले आनंदपुर खालसा फौज वाले ग्रुप में नए लड़कों को जोड़कर उकसाया जाता था व दूसरा ग्रुप अमृतपाल टाइगर फोर्स के नाम से था, जिसमें सिर्फ अमृतपाल के करीबी ही मेंबर थे। उधर खबर है कि पुलिस ने हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने के केस में 2 पूर्व सैनिकों 19 सिख बटालियन से रिटायर्ड वरिंदर सिंह व थर्ड आर्म्ड पंजाब के तलविंदर की पहचान की है। पुलिस ने बताया कि दोनों के आर्म्स लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। 

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