इस मामले में शुक्रवार को होगी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई.. जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवान, राजनीतिक नेता व किसानों
टाकिंग पंजाब
नईं दिल्ली। WFI के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों की तरफ शे लगाए गए यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप का मामला गर्माता जा रहा है। इसके खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर महिला पहलवानों ने तीसरे दिन मंगलवार को भी अपना धरना जारी रखा है। बढ़ते बवाल को देखते हुए माननीय सुप्रीम कोर्ट 7 महिला रेसलर्स की याचिका पर सुनवाई करने के लिए राजी हो गया है। माननीय कोर्ट ने कहा कि पहलवानों ने याचिका में यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं, इन पर विचार किए जाने की जरूरत है।
इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई होगी। उधर दूसरी तरफ महिला रेसलर्स के हक में कईँ सियासी नेता व किसान संगठन उतर आए हैं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर केस दर्ज व गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे पहलवानों को राजनीतिक पार्टियों व किसानों का समर्थन मिल गया है। मंगलवार दोपहर को महिला रेसलर्स के धरने पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए व उन्होंने खिलाड़ियों का समर्थन भी किया। हुड्डा के अलावा पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील गुप्ता, कांग्रेस महिला अध्यक्ष नेटा डिसूजा, आप नेत्री चित्रा सरवारा समेत कई राजनीतिक नेताओं ने इन खिलाड़ियों को अपना समर्थन दे दिया है
इनके अलावा किसान नेता राकेश टिकैत, उत्तर भारत की खाप पंचायत पालम- 360 के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी समेत हरियाणा की खाप इन महिला रेसलर्स के समर्थन में उतर आई हैं, जिससे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। हालांकि बृज भूषण शरण सिंह का कहना है कि मामला कोर्ट में है व उन्हें कोर्ट पर पूरा विश्वास है। इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि खिलाड़ियों को स्टेडियम में होना चाहिए, लेकिन वह मजबूरीवश यहां बैठे हुए हैं। देश के लिए पदक जीतकर देश का मान सम्मान व गौरव बढ़ाने वाले गांव की मिट्टी से जुड़े हुए हमारे पहलवानों को दोबारा फिर से धरना प्रदर्शन करना पड़ गया।
उन्होंने कहा कि पीएमओ इस मामले को संज्ञान में लेकर किसान, गांव, गरीब व सर्व समाज के बेटा-बेटियों को न्याय दिलाने का कार्य करे।
इन राजनीतिक नेताओं के अलावा किसान संगठनों ने भी इन महिला पहलवानों के हक में धरना लगा दिया है। सोनीपत से किसान नेता वीरेंद्र पहल के नेतृत्व में किसान जंतर मंतर के रवाना हुए। किसानों ने कहा कि यह हमारा कूच नहीं है, हम वहां डेरा डालने जा रहे हैं। यह हमारे बच्चों की इज्जत की लड़ाई है। जरूरत पड़ी तो पूरी दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे। दूसरी तरफ उत्तर भारत की सबसे बड़ी खाप पंचायत पालम- 360 खुलकर जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के साथ खड़ी हो गई है।
इसके साथ ही पालम 360 के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने धरना स्थल पर जाकर खिलाड़ियों से मुलाकात की व उन्हें हर तरह की मदद का भरोसा भी दिया है। विरोधी पार्टीयों के निशाने पर आए बृज भूषण शरण सिंह के बारे में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि सारी बातों की छानबीन की जाएगी। खेल फेडरेशन के लोग लगातार इस मुद्दे पर बात कर रहे हैं व दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा। फिल्हाल इस मामले को लेकर सभी की नजर माननीय कोर्ट पर टिक गई है। पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने ट्वीट किया, “बेटियों चिंता मत करना, पूरा देश आपके साथ है! मैं खुद आपके धरने पर आऊंगा।” उन्होंने कहा कि फिलहाल वे राजस्थान में हैं। यहां से सीधा दिल्ली जाएंगे और खिलाड़ियों से मुलाकात करेंगे।