देश में फिर से डराने लगा कोरोना वायरस.. एक्टिव केस की संख्या हुई 7000 पार

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रौजाना आ रहे हैं 350 से ज्यादा मामले.. पीएम से मिलने वाले मंत्रियों को करवाना होगा आरटी-पीसीआर टेस्ट

अधिकारी बोले, मामले बहुत गंभीर नहीं हैं, लोगों को चिंता नहीं करनी है, बस रहना चाहिए सतर्क..

टाकिंग पंजाब

नई दिल्ली। भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है। देश में कोरोना वायरस के केसों और मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। डर इस कदर हावी होने लगा है ​कि इस स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले सभी मंत्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी सामने आई है। हालात कुछ इस तरह के बन गए हैं कि देश भर में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 7121 पहुंच गई है।  बीते 24 घंटे में 300 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। केरल में सबसे ज्यादा 2223 केस हैं। इसके बाद गुजरात में 1223, दिल्ली में 757 व पश्चिम बंगाल में 747 पॉजिटिव मरीज हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कोरोना के नए वैरिएंट से 74 मौतें हुई हैं। मंगलवार को 6 लोगों ने जान गंवाई। इनमें केरल में 3, कर्नाटक में 2 और महाराष्ट्र में एक मौत हुई है। बीते 10 दिन में 3000 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 40 मरीजों की मौत हुई है। हर दिन 350 से ज्यादा नए केस दर्ज हो रहे हैं। भारत के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच देश में चार नए वैरिएंट मिले हैं।  आईसीएमआर के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल का कहना है कि दक्षिण और पश्चिम भारत से जिन वैरिएंट की सीक्वेंसिंग की गई है, वह एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 व एनबी 1.8.1 सीरीज के हैं। बाकी जगहों से नमूने लेकर सीक्वेंसिंग की जा रही है, ताकि नए वैरिएंट की जांच की जा सके। मामले बहुत गंभीर नहीं हैं, लोगों को चिंता नहीं करनी है, बस सतर्क रहना चाहिए। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने भी इन्हें चिंताजनक नहीं माना है। हालांकि, निगरानी में रखे गए वैरिएंट के रूप में कैटेगराइज किया है। पंजाब में कुल 53 केस थे, जिसमें से 18 लोग रिक्वर होकर घर जा चुके हैं व 33 अभी भी एक्टिव केस हैं। हालांकि कोरोना वायरस से पंजाब में 2 लोगों की मौत हो चुकी है।    चीन सहित एशिया के दूसरे देशों में कोविड के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहा है। थोड़ी सी चिंता की बात यह है कि एनबी.1.8.1 के ए435एस, वी445एच और टी478I जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं। इन पर कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं होता है। भारत में कोविड का जेएन.1 वैरिएंट सबसे आम है। टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल में यह वैरिएंट मिलता है। इसके बाद बीए.2 (26 प्रतिशत) व ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) वैरिएंट के मामले भी मिलते हैं।

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