लोगों के बीच एक “मसीहा” के रूप में पहचाने जाते हैं डॉ. अविनाश सिंह चौहान

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डॉ. अविनाश की निःस्वार्थ सेवा भावना ने जगाई हजारों गरीब व जरूरतमंद मरीजों में नई आशा

टाकिंग पंजाब (नरिंदर वैद्य)

जालंधर। जिदंगी में कार्य तो हर कोई करता है, लेकिन कुछ लोग इस तरह का कार्य करते हैं या कर जाते हैं, जिनको लोग याद रखते हैं। ऐसा व्यक्ति पैसा चाहे कमाए या न कमाए, लेकिन वह समाज में इज्जत व यश बहुत कमाता है। ऐसे ही एक डॉक्टर की बात हम आज करने जा रहे हैं जो कि अपने कार्य व सेवा के चलते लोगों में मसीहा कहलाते हैं।  फगवाड़ा के बंगा रोड स्थित शिरोमणि श्री विश्वकर्मा मंदिर परिसर में एक चैरिटेबल अस्पताल चल रहा है, जिसमें हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अविनाश सिंह चौहान लोगों की सेवा कर रहे हैं। डॉ. अविनाश सिंह चौहान लोगों के बीच एक “मसीहा” के रूप में पहचाने जाते हैं व लोग उन्हें एक मिलनसार व भला करने वाले डॉक्टर के रूप में जानते हैं। डॉ. अविनाश सिंह चौहान, जिनके कम खर्च व निःस्वार्थ भावना से दी जा रही उनकी सेवाओं ने हजारों गरीब और जरूरतमंद मरीजों के जीवन में नई आशा जगाई है।   डॉ. अविनाश सिंह चौहान की बात करें तो वह इस चैरिटेबल अस्पताल के कमरा नंबर 3 में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वह हड्डियों की गंभीर चोटों, फ्रैक्चर, जोड़ों के दर्द तथा दुर्घटनाओं में घायल मरीजों का उपचार अत्यंत कुशलता, संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण के साथ करते हैं। विशेष बात यह है कि वह आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए इलाज कभी भी बाधा नहीं बनने देते। अस्पताल में आने वाले मरीजों व उनके परिजनों का कहना है कि डॉ. चौहान सिर्फ एक डॉक्टर नहीं, बल्कि दर्द से जूझ रहे मरीजों के लिए सच्चे मसीहा हैं।   वह हर मरीज को पूरा समय देते हैं। वह मरीजों को विस्तार से समझाते हैं और मानवता के नाते इलाज करते हैं। शिरोमणि श्री विश्वकर्मा मंदिर प्रबंधक समिति ने भी डॉ. अविनाश सिंह चौहान की निःस्वार्थ सेवाओं की सराहना करते हैं। समिति का कहना है कि ऐसे डॉक्टर समाज के लिए प्रेरणा हैं। फगवाड़ा और आसपास के क्षेत्रों में डॉ. चौहान का नाम सेवा, संवेदना और भरोसे का प्रतीक बन चुका है। हमें खुशी है कि वह इस चैरीटेबल अस्पताल में अपनी सेवाएं देकर लोगों की सेवा कर रहे हैं।

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