आज सूरत की कोर्ट में होगी राहुल गांधी को हुई सजा पर सुनवाई..

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करीब 2.30 बजे सूरत एयरपोर्ट पहुंचेंगे राहुल गांधी..3 बजे पहुंच सकते हैं कोर्ट 

टाकिंग पंजाब

नईं दिल्ली। 23 मार्च को सूरत की कोर्ट ने राहुल गांधी को सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है… वाले बयान से जुड़े मानहानि केस में दोषी करार दिया था। इस केस में राहुल गांधी को 2 साल की जेल व 15 हजार रुपए जुर्माना लगाया था। हालांकि कोर्ट ने सजा के खिलाफ अपील करने के लिए राहुल गांधी को 30 दिन का समय दिया था, जिसके बाद राहुल गांधी सूरत पहुंचने वाले हैं। लोकसभा से सदस्यता रद्द होने के 11 दिन बाद राहुल गांधी सोमवार को सूरत कोर्ट का रूख किया।    इससे पहले सुबह करीब साढ़े 10 बजे सोनिया गांधी राहुल से मिलने उनके घर पहुंची। सोनिया से मिलने के 1 घंटे बाद राहुल अपने घर से सूरत के लिए निकल गए। राहुल गांधी करीब 2.30 बजे सूरत एयरपोर्ट पहुंचेंगे व यहां से बस में बैठकर कोर्ट तक जाएंगे। उनके साथ प्रियंका  गांधी वढ़ेरा व राजस्थान-छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी साथ होंगे। उम्मीद है कि राहुल गांधी 3 बजे कोर्ट पहुंच जाऐंगे। सूरत कोर्ट के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पोस्टर-बैनर लगाए हैं व प्रदर्शन भी किया जा रहा है। इन बैनरों पर डरो मत, सत्यमेव जयते व लोकतंत्र बचाओं जैसे नारे लिखे गए हैं।     सूरत के डीसीपी सागर बागमार ने कहा कि राहुल की पेशी को देखते हुए कोर्ट के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हम वाहनों की भी तलाशी और जांच कर रहे हैं। उधर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। रिजिजू ने कहा कि जब आपका ट्रायल चला तब आपने अपील क्यों नहीं की। अब आप डराने के लिए यह नाटक कर रहे हैं। यह सब कोर्ट पर दबाव बनाने के लिए ही है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल और कांग्रेस से पूछा कि क्या यह न्यायपालिका पर दबाव बनाने की कोशिश हो रही है ? इस पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि मैं अपने नेता के साथ सूरत जा रहा हूं व मेरे जाने से न्यायपालिका पर दबाव कैसे बन जाएगा ? 
राहुल गांधी की तरफ से सजा के खिलाफ अपील करने में देरी होने का कारण पार्टी का एकमत नहीं होना माना जा रहा है। सूत्रों की माने तो  कांग्रेस के कुछ नेता चाहते थे कि राहुल जेल जाऐं। उनका मानना था कि इससे पार्टी को सहानुभूति मिलेगी व इसका फायदा लोकसभा चुनाव में मिलेगा। इसके अलावा कुछ नेता ऐसे भी थे जो कि कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के हक में थे। उनका कहना था कि सजा को चुनौती न देना गलती मान लेना समझा जाएगा। अंत में सजा के खिलाफ अपील करने की ही राय बनी, जिसके बाद राहुल गांधी ने अपनी सजा खिलाफ कोर्ट में अपील करने का फैंसला किया।  

 

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