सरकारें पंजाब की आवाज को दबाने की कोशिश करती हैं, लोगों को जितना दबाया जाएगा, वह उतने ही उभर कर आएंगे
टाकिंग पंजाब
अमृतसर। डेमोक्रेसी के चार पिल्लर में से एक प्रेस है व अकेले प्रेस को ही नहीं, न्यायपालिका को भी छोटा किया जा रहा है। सरकार को पता होना चाहिए कि अगर चार पिल्लर छोटे किए तो बचना खुद भी नहीं है। इन बातों का प्रग्टावा श्री दमदमा साहिब में बुलाई गई बैठक के बाद जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कौम के नाम संदेश देते हुए किया। इसके अलावा पंजाब में चल रहे माहौल के मद्देनजर जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल सिंह को सरेंडर करने को कहा। उन्होंने कहा कि सरकारें पंजाब की आवाज को दबाने की कोशिश करती हैं, जो संभव नहीं है। पंजाब व हरियाणा के लोगों को जितना दबाया जाएगा, वह उतने ही उभर कर आएंगे। अगर 75 सालों की बात करें तो सरकार ने पंजाब के साथ 75 वादे किए, लेकिन पूरा एक भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि मीडिया को भी सरकार को समय-समय पर चुटकी काटते रहना चाहिए ताकि सरकार को पता चल सके कि मीडिया लोगों की आवाज है। हालांकि मीडिया पर निशाना साधते कहा कहा कि यहां नेशनल इंटरनेशनल मीडिया भी आया हुआ है। उनके शब्दों को सरबत खालसा न बताया जाए
इसके साथ ही जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह सरकार पर भी बरसे। उन्होंने कहा कि पंजाब के माहौल को खराब किया जा रहा है। सिख राज का झंडा था, उसे खालिस्तानी बता बदनाम करने की साजिश की गई। दमदमा साहिब, जहां लाखों की गिनती में श्रद्धालु पहुंचे हैं, पुलिस की तरफ से फ्लैग मार्च निकाल भयानक माहौल पैदा करने किया गया जो कि मंदभागा है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों की आवाज दबा नहीं सकते, पंजाबी बोलते रहेंगे। पंजाब में रोकोगे तो महाराष्ट्र से, यूएस से, अमेरिका से आवाज उठेगी।