पंजाब की आप सरकार पर बरसे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी

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बोले, श्री अकाल तख्त के जत्थेदार से मुख्यमंत्री ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया व अशोभनीय

कहा, मैं मजदूर दा मुंडा हो के किसाना नू 18700 दिते ते एह किसान दा मुंडा होके 15 हजार देन दी गल्ल कर रिहा, पर देना 2-4 हजार वी नहीं..

टाकिंग पंजाब

जालंधर। मैं ता मजदूर दा मुंडा, गरीब दा मुंडा ता वी मैं किसाना दी नरमें दी खराब होई फसल दा 18700 मुआवजा दिता, पर ऐह कह रिहा है कि मैं किसान दा मुंडा हां.. 12 हजार का 25 प्रतिशत बढा कर मैं 15 हजार दे रहा हूं। जेकर ऐह किसान दा मुंडा है तां इसनू किसानों की खराब होई फसल दा मुआवजा 18700 तो 25 प्रतिशत वदा के देना चाहिदा है, ताकि 24-25 हजार रूपए ता इक किसान नू मिलन। इन बातों का प्रग्टावा आज जालंधर पहुंचे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने किया।     इससे पहले स्व. संतोख चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के पूर्व प्रधान रहे नवजोत सिंह सिद्धू, पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल, पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु, कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा व अन्य कांग्रेस नेता शामिल थे। नामांकन पत्र दाखिल होने के बाद कांग्रेसी नेताओं ने मीडिया कांफ्रेस में आप की सरकार पर जमकर हमला बोला। इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि पहले तो सरकार ने किसानों की खराब हुई फसल की काफी समय तक गिदावरी नहीं करवाई।  उसके बाद गिदावरी करवाई को अधिकारियों को आदेश दे ​दिए कि किसी की भी फसल को 25-30 प्रतिशत से ज्यादा खराब दिखाना ही नहीं है। इसके चलते इस सरकार ने किसानों को मात्र 2 हजार, 4 हजार  6 हजार देकर अपना पल्ला छुड़ा लेना है। चन्नी ने कहा कि यह किसान का बेटा होकर किसानों से ही धोखा कर रहा है। चन्नी ने तो यहां तक कह दिया के इनके जो आका हैं व किसान के बेटे से ही सिखो की सिरमौर सस्था श्री अकाल तख्त का अपमान करवा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ है व जहां भी किसानों को हमारी जरूरत होगी हम उनके साथ हैं। वैसे तो किसान खुद ही तकड़े हैं, लेकिन इसके बावजूद हम किसानों के साथ किसी भी तरह का धक्का नहीं होने देंगे।    चन्नी ने कहा कि श्री अकाल तख्त के जत्थेदार के आगे बड़े बड़े नेता आकर झुकते हैं, उनका आदर करते हैं, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री ने जिस भाषा का उनके लिए इस्तेमाल किया वह ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री ने श्री अकाल तख्त के जत्थेदार से कहा कि अच्छा होता कि अगर आप बेअदबी बारे बात करते, तो इस पर मैं मुख्यमंत्री भगवंत मान को कहना चाहता हूं कि बेअदबी का मामला सरकार ने हल करना है कि श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ने करना है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आप सरकार दलित विरोधी है व आप सरकार नहीं चाहती की दलित समाज आगे आए। आप सरकार बस इतना बता दे कि दलित समाज के साथ आपका बैर क्या है ?

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