भाजपा नेता मोहिंदर भगत के पार्टी बदलने के बाद उनके पिता के दर पहुंची भाजपा लीडरशिप

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प्रैस वार्ता कर भाजपा ने दिखाया कि बेटा गया तो गया लेकिन बाप अभी भी भाजपा के साथ 
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जालंधर। भाजपा के वेस्ट हलके से प्रत्याशी रहे मोहिंदर भगत के भाजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर लेने के बाद सियासत गर्मा गई है। मोहिंदर भगत के इस फैंसले को गलत साबित करने के उद्देश्य से भाजपा के उच्च नेता उनके पिता चूनी लाल भगत के दर पर पहुंच गए। मीडिया को साथ लेकर पहुंचे इन नेताओं ने चूनी लाल भगत को उनके बेटे के फैंसले से अवगत करवाया, जिसके बाद चूनी लाल भगत मीडिया के सामने ही आंसू बहाने लग पड़े।      चूनी लाल भगत ने भरे हुए गले से मीडिया के रूबरू होते हुए कहा कि वह भाजपा में पिछले 60 साल से हैं व मरते दम तक भाजपा के ही रहेंगे।उन्होंने अपने बेटे मोहिंदर भगत के आप में जाने के सवाल पर कहा कि मुझे तो पता ही नहीं चला कि वह कब चंडीगड़ जाकर आप में शामिल हो गया। वह तो पार्टी का बड़ा वफादार था। दो दिन पहले उसने भाजपा का वर्कर समेलन किया जो कि बड़ा अच्छा था। चूनी लाल भगत ने आप पर निशाना साधते हुए कहा कि वह मोहिदंर भगत जैसे लोगो को बहका कर अपनी पार्टी में शामिल कर रहे हैं। मुझे नहीं पता की झाड़ू वाले क्या लोगों को कहते हैं कि लोग उनकी बातों में आ जाते हैं।    मोहिंदर भगत को भी किसी ने बहका दिया है। वह जाने वाला तो नहीं था, लेकिन पता नहीं वह कैसे यह गलती कर गया। अगर उसने किसी से सलाह की होती तो अच्छा था। मुझे पता होता तो मैं उसे शायद जाने से रोक पाता। मैं उसको वापस भाजपा में आने के लिए कहूंगा, अगर वह नहीं माना तो उसकी मर्जी, लेकिन मैं हमेशा भाजपा का था व भाजपा का ही रहूंगा। चूनी लाल भगत ने कहा कि अपनी सारी बिरादरी को अपील करते हैं कि चाहे उनका बेटा आप में चला गया है, लेकिन सारी बिरादरी बीजेपी को ही वोट करें। उनके कहने पर अब जनता किसी पार्टी को वोट करती है, यह तो बाद की बात है लेकिन भाजपा ने भी चूनी लाल भगत का साथ लेकर नहले पे दहला मारा है।    दरअसल जालंधर के वेस्ट विधानसभा क्षेत्र के दोनों मुख्य विरोधी दलों कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों को तोड़ने के बाद आम आदमी पार्टी में शामिल करवा कर इस क्षेत्र से नेता ही कम कर दिए हैं। भाजपा जो कि इस चुनाव में जीत हासिल करने के सपने देख रही थी, उसको सबसे बड़ा झटका वैस्ट हलके में ही लगा है। पहले ही वैस्ट हल्के से भाजपा नेता शीतल अंगुराल आप में आकर भाजपा को झटका दे चुके हैं, उस पर से मोहिंदर भगत का भी आप में शामिल हो जाना भाजपा के लिए किसी बड़े हमले से कम नहीं है। इसलिए भाजपा के उच्च नेता मोहिंदर भगत के पिता चूनी लाल भगत को साथ लेकर वैस्ट हलके में दम तोड़ चुकी राजनीति में कुछ जान फूंकने पहुंचे थे।     अब देखना यह होगा कि क्या पिता के कहने पर बेटा दौबारा भाजपा में आता है या फिर पिता की विरोधी पार्टी में ही रहता है। अगर मोहिंदर भगत वापस भाजपा में नहीं आते हैं तो वैस्ट हलके में पिता व बेटे के बीच वोटों के लेकर जंग देखने को मिल सकती है। इसका कारण है कि चूनी लाल भगत की आज भी वैस्ट हलके में काफी पैठ है, जो भाजपा अच्छी तरह से जानती है। अगर भाजपा को चूनी लाल भगत का साथ मिल गया तो मोहिंदर भगत के आप में जाने से भी उनको कोई ज्यादा फायदा मिलता नजर नहीं आ रहा है। प्रधान सुशील शर्मा का भी यह ही कहना है कि मोहिंदर भगत के जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा, बल्कि पार्टी छोड़ने की गलती का कुछ दिनों के बाद उन्हें पछतावा जरूर होगा।

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