छात्रों को धरती को हरा-भरा व स्वच्छ रखने के लिए किया गया प्रेरित
टाकिंग पंजाब
जालंधर। बौरी मेमोरियल एजुकेशनल एंड मेडिकल ट्रस्ट के द्वारा संचालित ‘दिशा-एक पहल’ के तहत ‘गो ग्रीन’ का संदेश देते हुए इनोसेंट हार्ट्स के पाँचों स्कूलों (ग्रीन मॉडल टाऊन, लोहारां, नूरपुर रोड, कैंट जंडियाला रोड व कपूरथला रोड) में ‘वर्ल्ड अर्थ डे’ पर ईको क्लब के विद्यार्थियों के लिए अनेक गतिविधियों का आयोजन किया गया। कक्षा छठी के विद्यार्थियों ने रैली निकालकर प्राकृतिक संरक्षण हेतु ज़्यादा से ज़्यादा पेड़ लगाने का संदेश दिया। इस विषय से संबंधित चार्टस, फ्लैश कार्ड भी बनाए, जिन पर धरती की सुरक्षा हेतु सुंदर संदेश लिखे हुए थे। साथ ही उन्होंने प्लांटेशन ड्राइव में भाग लिया तथा चौबीस घंटे ऑक्सीजन प्रदान करने वाले पौधे तथा तुलसी,एलोवेरा,कैक्टस जैसे दवाइयाँ बनाने वाले पौधों का पौधारोपण किया। ईको क्लब के विद्यार्थियों ने पौधारोपण के साथ-साथ प्रत्येक कक्षा में जाकर अन्य विद्यार्थियों को पेड़-पौधों का महत्व बताते हुए ‘गो ग्रीन’ का संदेश दिया। इनोकिड्स में कक्षा डिस्कवरर्स व स्कॉलर्स के बच्चों के लिए ‘हील द अर्थ’ एक्टिविटी करवाई गई, जिसमें बच्चों को पर्यावरण को सुरक्षित रखने और धरती को स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने पेपर बैग बनाए तथा पुराने समाचार पत्रों से गिफ़्ट रैपिंग सीखी ताकि प्लास्टिक की थैलियों का प्रयोग बंद करके पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके। कक्षा लर्नर्स और एक्सप्लॉरर्स के नन्हे-मुन्ने बच्चों से ‘द अर्थ माय होम’ एक्टिविटी करवाई गई, जिसमें नन्हे बच्चों को नेचर वॉल्क पर ले जाया गया, जहाँ बच्चों ने प्रकृति की सुंदरता को महसूस किया और कुछ चीज़ें जैसे विभिन्न प्रकार के पत्ते, पंख, छोटे-छोटे स्टोन्स एकत्रित करके अपने साथ लेकर आए। कक्षा पहली व दूसरी के बच्चों ने ‘अवर प्लेनेट,अवर होम’ गतिविधि में भाग लिया। कक्षा तीसरी,चौथी व पाँचवी के विद्यार्थियों के लिए ‘मैजिक विद क्रेयॉन्स’ थीम के तहत कलरिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने विभिन्न आकृतियाँ बनाकर उनमें विभिन्न रंगों को उकेरा। कक्षा छठी के विद्यार्थियों से ‘अवर प्रेशियस प्लेनेट’ शीर्षक के अंतर्गत इंटर हाउस एक्सटेम्पोर कम्पीटिशन करवाया गया। कक्षा सातवीं के विद्यार्थियों से ‘इफ नॉट दिस अर्थ, देॅन वियर?’ थीम पर आधारित स्लोगन राइटिंग तथा पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता करवाई गई। सभी कक्षाओं की अध्यापिकाओं ने विद्यार्थियों को पर्यावरण सरंक्षण की जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को धरती को हरा-भरा व स्वच्छ रखने तथा प्राकृतिक संपदा के संरक्षण हेतु प्रेरित किया।