जालंधर उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद बोले सुशील रिंकू… जीत मेरी नहीं पार्टी के किए कार्यों की जीत 

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सुशील रिंकू को करतारपुर से मिली सबसे ज्यादा 13890 की लीड.. 9500 की लीड के साथ दूसरे नंबर पर रहा जालंधर वेस्ट
जालंधर सेंट्रल से 543 व नॉर्थ से 1259 वोटो से मिलीं पार्टी को हार…
टाकिंग पंजाब 
जालंधर। संगरूर की सीट गवाने के बाद से जालंधर का उप चुनाव आम आदमी पार्टी के लिए चुनौती नजर आ रहा था, लेकिन इस चुनौती को सविकार करते हुए आप ने आज कांग्रेस का गढ़ ध्वस्त कर जीत हासिल करके इस दिखा दिया है कि आप की लोकप्रियता कम नहीं हुई है। इस उप चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुशील रिंकू ने कांग्रेस उम्मीदवार कर्मजीत कौर को 58691 वोटों से हरा दिया।
  इस जीत के बाद सुशील रिंकू ने इस जीत को पार्टी की जीत बताया। उन्होंने कहा कि यह जीत उनकी नहीं बल्कि पार्टी के एक साल में किये गए लोकहित कार्यों की जीत है। इस चुनाव में सभी हलकों की बात करें तो सभी विधानसभा हलकों में आप का जोर दिखाई तो दिया लेकिन फिर भी सेंट्रल हलके व नार्थ हलके से आप लीड नहीं ले पाई। इन दोनों हलकों में आप का प्रदर्शन साधारण ही रहा। जालंधर सेंट्रल से आप को 543 और नॉर्थ से 1259 वोटें कम मिलीं।
  विधानसभा सीटों के लिहाज से बात करें तो जालंधर से आप उम्मीदवार सुशील रिंकू को सबसे ज्यादा 13890 की लीड करतारपुर से मिली। दूसरे नंबर पर जालंधर वेस्ट से 9500 की लीड मिली। इसके बाद आदमपुर से 8960, फिल्लौर और जालंधर कैंट से 7 हजार, नकोदर से 5211 और शाहकोट से 273 की लीड मिली। जालंधर सेंट्रल से आप को 543 और नॉर्थ से 1259 वोटें कम मिलीं। इन दो हलको सेंट्रल व नार्थ में पार्टी को पड़ी काम वोट पर पार्टी सोच विचार कर सकती है।
   इस चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन व वोट प्रतिशत की बात करें तो आम आदमी पार्टी के सुशील रिंकू को 302097 यानि 34.05 प्रतिशत, कांग्रेसी उमीदवार  कर्मजीत कौर चौधरी को 243450 यानि 27.44 प्रतिशत, अकाली दल-बसपा के डॉ. सुखविंदर सुक्खी को 158354 यानि 17.85 प्रतिशत व भाजपा के इंदर इकबाल अटवाल को 134706 यानि 15.19 प्रतिशत वोट मिले। इसके साथ ही चौथे नंबर पर शिअद अमृतसर के गुरजंट सिंह को 20354, पांचवें नंबर पर NOTA को 6656 व छठे नंबर पर नीटू शटरांवाला को 4599 वोटें मिली।
  जालंधर लोकसभा सीट पिछले लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ रही है। पिछले 4 बार से लगातार कांग्रेस यहां से जीत रही है। ऐसे में कांग्रेस के आगे गढ़ बचाने की चुनौती थी, लेकिन जहाँ आप के उम्मीदवार का प्रचार करने के लिए खुद केजरीवाल जालंधर की फेरी पर रहे, वहीं कांग्रेस को चुनाव प्रचार में यहां केंद्रीय नेताओं का कोई साथ नहीं मिला। कांग्रेस हाईकमान कर्नाटक विधानसभा चुनावों में बिजी रहा और कोई बड़ा नेता जालंधर में प्रचार करने नहीं आया। ऐसे में कांग्रेस की हार का कुछ कारण यह भी माना जा रहा है।
   वोटिंग के लिहाज से देखें तो सबसे ज्यादा मतदान 58 प्रतिशत आप विधायक बलकार सिंह के क्षेत्र करतारपुर में हुआ। दूसरे नंबर पर शहकोट रहा, जहाँ  57.4 वोटिंग हुई। शाहकोट विधानसभा से कांग्रेस के विधायक हरदेव सिंह लाडी हैं। इसके साथ ही सबसे कम 49.7 प्रतिशत वोटिंग जालंधर कैंट में हुई, जहाँ पर कांग्रेस के विधायक परगट सिंह हैं। इसके अलावा फिल्लौर में 55.8 प्रतिशत, जालंधर नॉर्थ में 54.5 प्रतिशत और आदमपुर में 54 प्रतिशत वोटिंग हुई। इन तीनों सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं।
   अगर आप विधायक वाली 3 सीटों की बात करें तो जालंधर में करतारपुर सीट पर 58 प्रतिशत, जालंधर वेस्ट सीट पर 56.5 प्रतिशत और नकोदर सीट पर 55.9 प्रतिशत वोटिंग हुई। जालंधर लोकसभा हलके में आप के पास चौथी सीट जालंधर सेंट्रल है, जहां 48.9 प्रतिशत वोटिंग ही हुई। ऐसे में आप के लिए 9 विधानसभा हलको में से कुछ हलकों में सतिथी विचारयोग्य तो है। इसका कारण यह है कि अगले साल लोकसभा के चुनाव होने वाले है व आम आदमी पार्टी यह नहीं चाहेगी कि उन लोकसभा चुनाव में वह पंजाब के एक भी विधानसभा हल्के से हार का मुँह देखे।

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