कांग्रेस की उम्मीदवार करमजीत कौर चौधरी को…. मतों से हराकर सीट पर किया कब्ज़ा
टाकिंग पंजाब
जालंधर। पंजाब के जिले जालंधर लोकसभा उपचुनाव के आये नतीजो में उलट फेर देखने को मिला। बरसो से कांग्रेस का गढ़ रही इस सीट पर आप ने सेंध मारी करते आप ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है। चुनाव होने से पहले ही माना जा रहा था कि कांग्रेस के लिए यह सीट जीतना आसान नहीं होगा। आप की सुशील कुमार रिंकू ने यह सीट 58 हजार से ज्यादा वोटों से जीती है। इसका कारण यह था कि एक तो सरकार में आप की सरकार है, दूसरा आप ने अपने उमीदवार के रूप सुशील रिंकू जैसे बड़े चेहरे को लेकर कांग्रेस को 440 वोल्ट का झटका दिया। इसके अलावा आप सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री व विधायकों ने पूरा जोर लगा दिया था हालांकि इस चुनाव दौरान आप के कई मंत्री व विधायकों पर चुनाव को प्रभावित करने के आरोप भी लगे परंतु इसके बावजूद जनता ने आप के उमीदवार सुशील रिंकू को जितवा दिया। चुनाव की गिनती शुरू होने से लेकर आखिर तक सुशील रिंकू की बढ़त कम ही नहीं हुई। इससे लग ही रहा था कि अब कांग्रेस या अन्य उम्मीदवार के लिए इस बढ़त को तोड़ना मुश्किल था। इस जीत के बाद आम आदमी पार्टी व सुशील कुमार रिंकू पर एक बार फिर से बहुत बड़ा विश्वास दिखाया है। अब देखना होगा कि आम आदमी पार्टी जनता की उम्मीदों पर कितना खरा उतरती है। फिलहाल इस सीट को जीतकर आप ने यह साबित करदिया है कि पंजाब की जनता का आस और विश्वास अभी तक ज़िंदा है। लोकसभा उपचुनाव में जीत हासिल करने दौरान सीएम भगवंत मान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मिले। जहां उन्होंने लोकसभा उपचुनाव सीट पर भारी मतों से जीत हासिल करने पर केजरीवाल से गले मिलकर उन्हें बधाई दी। इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि जालंधर के जनादेश ने ये बता दिया कि पंजाब की जनता आप सरकार के काम से संतुष्ट भी है और खुश भी है।इस मिली जीत पर केजरीवाल ने कहा कि 9 विधानसभा सीटों में से इस बार आप ने 7 विधानसभा सीटे जीती है। केवल सेंट्रल व नार्थ विधानसभा सीट से हम पीछे रहे है। इस जीत पर सीएम मान ने कहा कि हमने प्रत्येक वर्ग के लोग के हक की बात की। जिससे खुश होकर लोगों ने आप पार्टी को भारी बहुमत से जिताया। केजरीवाल ने कहा कि लोकसभा उपचुनाव में आप पार्टी के पास इससे पहले कोई सीट नहीं थी। लेकिन आज सुशील रिंकू की जीत के बाद उनकी लोकसभा में एक बार फिर से एंट्री हो गई है। इस लोकसभा चुनाव में मिली जीत से पंजाब में आप फिर से मजबूत सतिथी में आ गईं है, जबकि कांग्रेस व अन्य राजनितिक दल कमजोर साबित हुए है।