पंजाब इनोवेशन मिशन के सीईओ ने दिया प्रिंसिपल को संस्थान में नवाचार व उद्यमिता का माहौल बनाने के लिए पूर्ण समर्थन
टाकिंग पंजाब
जालंधर। डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, जालंधर व पंजाब इनोवेशन मिशन ने डेवियट में नवाचार व उद्यमिता तंत्र को मजबूत करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन पर डॉ. संजीव नवल, प्रिंसिपल डेवियट व सोमवीर आनंद, सीईओ और मिशन निदेशक, पंजाब इनोवेशन मिशन के बीच हस्ताक्षर किए गए। इस एमओयू के तहत डेवियट व इनोवेशन मिशन पंजाब, डेवियट के नवाचार और स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के क्षेत्र में नए कार्यक्रमों व कार्यक्रमों के बेहतर डिजाइन के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं, ज्ञान और संसाधनों को साझा करेंगे।
इनोवेशन मिशन टीम डेवियट के स्टार्ट-अप को उनके जीवनचक्र के माध्यम से वित्त पोषण, सलाह, बाजार विस्तार, व्यवहार्यता परीक्षण, व्यापार सलाहकार, डोमेन विशेषज्ञता, विपणन, प्रौद्योगिकी व्यावसायीकरण और संगठन निर्माण जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर सहायता करती है। पंजाब इनोवेशन टीम डेवियट फैकल्टी और स्टाफ को स्टार्टअप, इनक्यूबेटर बिजनेस मॉडल के साथ-साथ प्रभावी इनक्यूबेशन व एक्सीलरेशन प्रोग्राम चलाने के लिए प्रशिक्षण और कार्यशालाएं भी प्रदान करती है। पंजाब इनोवेशन मिशन के सीईओ और मिशन निदेशक सोमवीर आनंद ने योग्य प्रिंसिपल को संस्थान में नवाचार और उद्यमिता का माहौल बनाने के लिए डेवियट को पूर्ण समर्थन प्रदान करने का आश्वासन दिया।
डॉ. संजीव नवल, प्रिंसिपल डेवियट ने सांझा किया कि इस एमओयू के तहत दोनों पक्ष निर्धारित पहलों पर एक-दूसरे के साथ काम करना चाहेंगे। उन्होंने अपने विश्वास को दोहराया कि डेवियट अतीत में नवोदित इंजीनियरों और प्रबंधकों के बीच उद्यमिता विकास में प्रगति कर रहा था और भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेगा क्योंकि डेवियट “इंजीनियरिंग फ्यूचर्स थ्रू इनोवेशन” के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है। उन्होंने पंजाब इनोवेशन मिशन की टीम के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने की इस पहल के लिए सेंटर फॉर इनक्यूबेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप, विशेष रूप से विश्व कपूर और रतीश भारद्वाज की टीम को बधाई दी।