नईं दिल्ली। देश के नामी पहलवानों की तरफ से भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष व सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर लगाए गए यौन शोषण के मामले में नया मोढ़ आ गया है। सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में शामिल रेसलर्स साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया व विनेश फोगाट तीनों अपनी रेलवे की नौकरी पर लौट गए हैं। कहा जा रहा है कि यह फैंसला उन्होंने देश के गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई मुलाकात के बाद लिया है। एक खबर के अनुसार रेलवे पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल योगेश बवेजा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि तीनों ने आज ही ड्यूटी जॉइन की है। हालांकि पहले खबर आई थी कि पहलवानों ने आंदोलन से भी नाम वापस ले लिया है, लेकिन साक्षी मलिक ने ट्वीट करके इस तरह की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। बजरंग पूनिया ने भी कहा कि एफआईआर वापस लेने वाली बात झूठी है, हमारी लड़ाई जारी रहेगी। देखा जाए तो यह तब हुआ है, जब यह दावा किया जा रहा है कि बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग रेसलर अपने बयान से पलट गई है। दावे ही माने तो नाबालिग पहलवान ने दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस थाने में बयान दिए व इसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया, जहां उसने बृजभूषण सिंह के खिलाफ अपना बयान वापस ले लिया। अगर यह बात किसी भी हद तक सही है, अगर नाबालिग पहलवान ने शिकायत वापस ले ली है तो फिर बृजभूषण से पोसको एक्ट हट जाएगा।
अगर पोसको केस रद्द हो जाता है तो ऐसे में मात्र छेड़छाड़ का ही केस बचेगा, जिसमें सांसद बृजभूषण शरण सिंह की पहले गिरफ्तारी की जरूरत नहीं रह जाएगी। दरअसल नाबालिग पहलवान की उम्र को लेकर भी विवाद चल रहा है। लड़की के चाचा ने दावा किया कि उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की एक टीम रोहतक भी आई थी। स्कूल में रिकॉर्ड की जांच की गई थी। इसके अलावा नाबालिग पहलवान व उसके माता-पिता ने कुछ दिन पहले साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के साथ हरिद्वार में मेडल बहाने से इंकार कर दिया गया था। इससे लग रहा था कि उनके बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अब जब रेसलर्स साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया व विनेश फोगाट तीनों ने की अपनी रेलवे की नौकरी ज्वाइन कर ली है तो लगता नहीं है कि अब यह लड़ाई लंबी खिचने वाली है। आपको बता दे कि शनिवार देर रात बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे रेसलर्स विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। एक महिला रेसलर की मां ने इस मीटिंग की पुष्टि करते हुए कहा कि अमित शाह ने पहलवानों को बिना भेदभाव के पूरी जांच का भरोसा दिया है। सूत्रों के मुताबिक पहलवानों ने ही गृह मंत्री शाह से मुलाकात का समय मांगा था। इसके बाद यह मीटिंग हुई। इसमें पहलवानों ने बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग की। अमित शाह ने कहा कि इस मामले में कानून अपना काम करेगा। पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने पहलवानों से इतना जरूर पूछा कि क्या पुलिस को अपना काम करने का समय नहीं देना चाहिए ? माना जा रहा हैै कि इस सवाल पर पहलवान मान गए हैं व उन्होंने अपनी नौकरी ज्वाइन कर ली है।