कांग्रेस नेता प्रताप बाजवा ने बताया इस मामले को लुधियाना की साढ़े 8 करोड़ की डकैती से भी बड़ा मामला
टाकिंग पंजाब
चंडीगढ़। पंजाब के जगराओं से आम आदमी पार्टी की विधायक सर्वजीत कौर माणूके का कोठी विवाद खत्म नहीं हो रहा। अब इस मामले में कांग्रेस नेता प्रताप बाजवा और विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आप सरकार पर जमकर आरोप लगाए। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस दौरान जगराओं की विवादित कोठी की कथित एनआरआई मालकिन 70 वर्षीय अमरजीत कौर और उनकी बहू कुलदीप कौर भी मौजूद थी।
कांग्रेस नेता प्रताप बाजवा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप विधायक सर्वजीत कौर माणुके द्वारा कोठी की चाबियां करम सिंह नामक व्यक्ति को दी गई। लेकिन यह बहुत बड़ा धोखा है क्योंकि करम सिंह विधायक माणूके का ही समर्थक है। सीएम भगवंत मान पंजाब पुलिस और जिला प्रशासन से इस मामले की जांच वापस लेकर सीबीआई से कराएं। इतना ही नहीं बाजवा ने इस मामले को लुधियाना की साढ़े 8 करोड़ की डकैती से भी बड़ा मामला बताया। इसी दौरान प्रताप बाजपा ने भी वह तस्वीरें भी दिखाई, जिनमें कोठी का कथित मालिक करम सिंह आप विधायक माणूके के साथ खड़ा दिखाई दिया।
वहीं, कांग्रेसी विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने आप विधायक माणूके को लैंड माफिया गिरोह का हेड बताया। खैहरा ने कहा कि जिस करम सिंह को आप विधायक सर्वजीत कौर माणूके ने चाबियां दी, वह रिटायर्ड बैंक कर्मचारी है और बाद में वकील बन गया। करम सिंह चौबीस घंटे विधायक माणूके के साथ रहता है। खैहरा ने आगे कहा कि पंजाब में लैंड माफिया गिरोह द्वारा एनआरआई पंजाबियों की कोठी की पहचान की गई है। फिर एनआरआई बुजुर्ग करमजीत कौर की कोठी खाली होने का पता लगने पर कब्जे के लिए साजिश रची। पहले एक फर्जी अमरजीत कौर को खड़ा कर फर्जी दस्तावेजों पर असली मालकिन अमरजीत कौर के झूठे हस्ताक्षर किए गए।
फिर पावर ऑफ अटार्नी अशोक कुमार को दी और उसने आगे करम सिंह के नाम पर पर रजिस्ट्री करवा दी। इसके बाद कोठी को आप विधायक सर्वजीत कौर माणूके को किराए पर देकर सुनियोजित तरीके से कब्जा किया गया। सुखपाल खैहरा ने सीएम मान पर निशाना साधते कहा कि सीएम भगवंत मान स्वयं को एनआरआई पंजाबियों का हिमायती बताते हैं। एनआरआई पंजाबियों द्वारा आप को फंडिंग किए जाने की बात भी कही लेकिन इसके बावजूद सीएम मान की मां की उम्र की महिला पंजाब में धक्के खाने को मजबूर है। इसी दौरान एनआरआई महिला कुलदीप कौर ने माणूके पर उनकी कोठी नहीं छोड़ने के आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी कोठी पर सुनियोजित तरीके से कब्जा किया गया है व अपनी ही कोठी के लिए उन्हें जगह-जगह धक्के खाते हुए परेशान होना पड़ा रहा है।